उपेन्द्र कुशवाहा का ललन सिंह पर राजनीतिक हमला, कहा- कागज पर ललन सिंह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और व्यवहार से राजद के रंग में हैं रंगे

अररिया-07अगस्त। अररिया टाउन हॉल में राष्ट्रीय लोक जनता दल का जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा के निशाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ राजद और जदयू पार्टी रही। उन्होंने जिला कार्यकर्ता सम्मेलन के मंच से एनडीए के लिए हुंकार भरी।

अपने संबोधन में उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार माथे पर लालटेन लेकर 2005 से पहले वाले बिहार के निर्माण के लिए निकल चुके हैं। जबकि 2005 से पहले राजद के 15 साल के कुशासन से निजात दिलाने के लिए सबों ने लड़ाई लड़ी थी और परिणामस्वरूप बिहार की जनता ने उससे निजात दिलाने के लिए बहुमत दिया था।लेकिन नीतीश कुमार फिर से उसी राष्ट्रीय जनता दल के गोद में जाकर बैठ गए।जिसका हमलोगों ने साथ रहते विरोध किया,लेकिन नीतीश कुमार नहीं माने और अंतोगत्वा बिहार को बचाने के लिए नीतीश कुमार से संबंध विच्छेद कर निकल पड़े हैं।उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय लोक जनता दल एनडीए गठबंधन का हिस्सा है और आने वाले लोकसभा चुनाव में पूरी ताकत के साथ एनडीए चुनाव लड़ेगी और बिहार के सभी सीटों पर जीत दर्ज करने का काम करेगी।राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने जदयू अध्यक्ष ललन सिंह पर चुटकी लेते हुए जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह पर भी प्रहार किया और कहा कि ललन सिंह सिर्फ कागज पर हीं जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष है, लेकिन व्यवहार में राजद के रंग में पूरी तरह से ढल गये हैं। दिल्ली सेवा बिल के दौरान सदन में ललन सिंह के व्यवहार पर उपेन्द्र कुशवाहा ने तंज कसते हुए कहा कि वो अब जेडीयू के नहीं रहे।उनमें अब राजद वाला संस्कार आ गया है। इसलिए सदन में इसी तरह की भाषा बोलने लगे हैं।रालोजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि गठबंधन पर सीट अभी क्लियर नहीं हुआ है, लेकिन बिहार की 40 सीटों के लिए हमारी पार्टी एकजुटता के साथ काम करेगी।

अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि बिहार में एकबार फिर 2005 के पहले वाली स्थिति आ गया है।फिर से जंगलराज दिखने लगा है। जिस बिहार की जनता ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचाने का काम किया आज वह अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है।उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि राष्ट्रीय लोक जनता दल उसी मान सम्मान को बचाने के लिए मैदान में है और ऐसे में पार्टी के कार्यकर्ता लोगों के बीच जाएं और अधिक से अधिक लोगों को पार्टी से जोड़ने का काम करें।

उन्‍होंने कहा कि नीतीश कुमार आरजेडी के सामने घुटने टेक दिए हैं। नीतीश कुमार ने बिहार को एक बार फिर उसी जगह पर ले जाने का काम किया है, जहां से बिहार को बाहर निकला गया था।बिहार में अब 2005 के पहले वाली स्थिति हो गई है। जंगलराज फिर से बिहार में आने लगा है। वह भी तब जब राजद अभी आधी-अधूरी ही सरकार में है, जब पूर्ण रूप से राजद सत्ता में आ जाएगी तब बिहार की क्या दुर्दशा होगी यह कल्पना वही लोग कर सकते हैं। जिन्होंने 2005 से पहले का बिहार देखा है।समता पार्टी के दिनों को याद करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि संगठन की मजबूती को लेकर जब वे लोग निकलते थे तो यही लव-कुश, कुर्मी, धानुक, अति पिछड़ा, दलित महादलित के लोग उन्हें बैठने के लिए स्‍थान देते थे। आज नीतीश कुमार लालू की गोद में बैठकर बिहार को पीछे ले जाना चाहते हैं।

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Author: lakshyatak

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