पाकिस्तान- 02 अप्रैल। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि पूर्व सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने भारत के साथ दोस्ती बहाल करने का दबाव डाला था। इमरान खान ने कहा कि अगर देश में दिनों के भीतर चुनाव नहीं हुए तो,देश में संविधान नहीं बचेगा और फिर वह सीधी कार्रवाई करेंगे।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने कहा कि बाजवा भारत के साथ दोस्ती चाहते थे और इसके लिए उन पर अक्सर दबाव भी बनाते थे। इमरान खान ने आरोप लगाया कि बाजवा एक दिन कुछ कहते थे और अगले दिन मुकर जाते थे, जबकि सेना में रहते उन्हें जवाबदेह होना चाहिए था। इमरान खान ने कहा कि अगर देश में 90 दिनों के भीतर चुनाव नहीं हुए तो, देश में संविधान नहीं बचेगा और फिर वह सीधी कार्रवाई करेंगे।
उन्होंने फिर से इनकार किया है कि वह सीमावर्ती भारत के साथ पिछले दरवाजे से वार्ता कर रहे थे, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने शांतिपूर्ण पड़ोस की अपनी इच्छा दोहराई है। विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने कहा कि पाकिस्तान और भारत के बीच कोई पिछले दरवाजे से वार्ता नहीं हो रही है, दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंध पिछले कई सालों से स्थिर हैं।
