नई दिल्ली-30 अगस्त। बुधवार को आसमान में अद्भुत खगोलीय घटना देखने को मिल रही है। खास बात यह है कि इस बार फुल मून, सुपरमून और ब्लू मून तीनों एक साथ दिखाई दे रहे हैं। चंद्रमा पृथ्वी के बेहद नजदीक है। इसलिए सुपर ब्लू मून वाले दिन चंद्रमा सामान्य पूर्णिमा से करीब 14 प्रतिशत ज्यादा बड़ा दिखाई देता है।
खगोलशास्त्री के मुताबिक चंद्रमा की कलाओं का चक्र लगभग एक महीने तक चलता है। आम तौर पर हर साल 12 पूर्णिमा दिखते हैं। चंद्रमा के चरणों को पूरा होने में वास्तव में 29.5 दिन लगते हैं, जिसका अर्थ है कि 12 चंद्र चक्रों को पूरा करने में केवल 354 दिन लगते हैं। इसलिए हर 2.5 साल में एक कैलेंडर वर्ष के भीतर 13वीं पूर्णिमा देखी जाती है। यह 13वीं पूर्णिमा को ही ब्लू मून कहा जा रहा है। इस बार अगस्त के महीने में दो बार सुपर मून देखने को मिला है। इसके साथ शनि ग्रह भी चांद के ठीक दाहिनी ओर ऊपर देखा जा सकता है।
नासा के अनुसार, ब्लू मून या सुपर मून को हर साल देखना आम है, जबकि सुपर ब्लू मून, जहां दोनों घटनाएं मेल खाती हैं, एक दशक में लगभग एक बार ही घटित होती है। इसलिए अगस्त 2023 की दूसरी पूर्णिमा है, जिसे ब्लू मून के रूप में भी जाना जाता है। अगले सुपर ब्लू मून की जनवरी 2037 तक उम्मीद नहीं है, जो इस आगामी घटना के महत्व को रेखांकित करता है।
