वाशिंगटन- 21 जून। भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश में चीन की घुसपैठ की कोशिशों के बीच अमेरिकी संसद में अरुणाचल को पूरी तरह भारत का हिस्सा बताते हुए द्विदलीय विधेयक पेश किया गया है। अब अमेरिकी सीनेट की शक्तिशाली समिति इस विधेयक पर विचार करेगी। यह संयोग ही है कि इस विधेयक पर उस समय विचार होगा, जब भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिका की यात्रा पर हैं।
अमेरिका के दो सांसदों ने अरुणाचल प्रदेश के मुद्दे पर भारत का समर्थन करते हुए अमेरिकी संसद में द्विदलीय विधेयक पेश किया है। यह विधेयक ओरेगोन से सांसद जेफ मर्कले और बिल हागेर्टी ने पेश किया है। अमेरिकी कांग्रेस की कांग्रेसनल एग्जीक्यूटिव कमीशन ऑन चाइना के सह अध्यक्ष सीनेटर जेफ मर्कले ने कहा कि अमेरिका पूरी दुनिया में स्वतंत्रता और कानून आधारित पद्धति का समर्थन करता है। यह प्रस्ताव साफ कर देता है कि अमेरिका अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न अंग मानता है, ना कि पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना का। विधेयक में अमेरिकी सरकार से सहयोगी देशों के साथ संबंध और मजबूत करने के लिए कहा गया है और चीन की आक्रामकता की आलोचना की गई है। इसमें एलएसी पर यथास्थिति बदलने के लिए चीन के सैन्य शक्ति उपयोग के प्रयास, विवादित क्षेत्रों में गांव बसाने, अरुणाचल प्रदेश के भारतीय शहरों के मंदारिन भाषा में नक्शे जारी करने और भूटान तक अपने क्षेत्रीय दावे को बढ़ाने की भी निंदा की गई है। अमेरिकी सीनेट की विदेश संबंध समिति इस विधेयक पर चर्चा करने को तैयार हो गई है। विधेयक में भारत और अमेरिका के बीच रक्षा, तकनीक, आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाने की बात भी कही गई है।