अमेरिकी पत्रकार गेर्शकोविच की रूसी हिरासत से जल्द हो सकती है रिहाई, वार्ता में कैदियों की अदला-बदली संभव

मॉस्को- 04 जुलाई। रूस की हिरासत में ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ के अमेरिकी पत्रकार इवान गेर्शकोविच (31) की जल्द रिहाई कर अमेरिका को सौंपे जाने की संभावना है।

रूस ने कैदियों की एक संभावित अदला-बदली के सिलसिले में बातचीत के लिए मंगलवार को विकल्प खुले रखे, लेकिन यह भी कहा कि इस तरह की वार्ता बंद कमरे में होनी चाहिए।

जासूसी के आरोप में मार्च से रूस की जेल में बंद गेर्शकोविच से अमेरिकी राजदूत लिन ट्रेसी को सोमवार को मिलने दिया गया था। कैदियों की अदला-बदली के सवाल पर क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति कार्यालय) के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने कहा कि मास्को और वाशिंगटन इस मुद्दे पर संपर्क में हैं। पेस्कोव ने संवाददताओं से कहा कि हमने कहा है कि इस मुद्दे पर कुछ बात की गई है, लेकिन हम उन पर सार्वजनिक रूप से चर्चा करना नहीं चाहते। उन्होंने अधिक विवरण दिये बगैर कहा कि राजनयिकों के संपर्क करने के विधिक अधिकार दोनों पक्षों द्वारा सुनिश्चित किया जाना चाहिए।

अमेरिकी नागरिक को मार्च के अंत में तब गिरफ्तार किया गया था, जब वह ‘रिपोर्टिंग’ के लिए रूस आए थे। मॉस्को की एक अदालत ने पिछले महीने उन्हें 30 अगस्त तक हिरासत में भेज दिया था। बचाव पक्ष के वकीलों ने इस फैसले को चुनौती दी है। गेर्शकोविच को मॉस्को की लेफोर्टोवो जेल में रखा गया है, जो अपनी कठोर परिस्थितियों के लिए कुख्यात है।

वह सितंबर 1986 के बाद से रूस में जासूसी के आरोपों का सामना करने वाले पहले अमेरिकी पत्रकार हैं। वर्ष 1986 में निकोलस डैनिलॉफ पर जासूसी के आरोप लगाए गए थे। डैनिलॉफ को हालांकि 20 दिन बाद रिहा कर दिया गया था।

डैनिलॉफ की रिहाई के बदले अमेरिका ने सोवियत संघ के संयुक्त राष्ट्र मिशन के उस कर्मचारी को रिहा किया था, जिसे संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) ने जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया था।

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Author: lakshyatak

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