मधुबनी- 13 जनवरी। देश में धर्म का व्यवसायीकरण किया जा रहा है, जो अनैतिक और धार्मिक अपराध है। राम मंदिर निर्माण को भी भाजपा ने राजनीतिक व्यपार में तब्दील कर दिया है। उक्त बातें जेपी सेनानी हनुमान प्रसाद राहत ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही है। श्री राउत ने कहा कि बेद एवं धार्मिक ग्रंथ में सुनिश्चित किए गए है कि धर्म का काम धर्माचार्य ही सम्पन्न कराएंगे। उन्होने कहा कि पीएम मोदी अध्य निर्माण राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को चुनावी फायदे के लिए कर रहे हैं। राम मंदिर के आर में वे अपनी दस वर्षो की नाकामी छिपाकर 2024 का चुनाव जितना चाहते हैं। जैसे वर्ष 2019 में सैनिकों की शहादत को भजाया था। श्री राउत ने कहा कि देश के चारो शंकराचार्य जिन्हे धर्म बेद का ज्ञान है और जिनकी जिम्मेदारी भी है। धार्मिक अनुष्ठान कर धर्म का ज्ञान आमजनों तक पहुंचना वे सभी शंकराचार्यौ ने भी इस अधुरेनिरमित मंदिर के उद्घाटन में शामिल नही होने की घोषणा किए है, तो क्या ये सभी सनातन हिन्दु विरोधी है। जैसा अज्ञानी भाजपाई कहते रहते है। श्री राउत ने कहा कि भाजपाई का पाखंडी चेहरा इससे उजागर हो गया।