
राष्ट्रीय स्तर पर बिहार बढ़ा मान, एनआईई-एनसीईआरटी में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर वाचस्पतिनाथ झा का चयन, अंधराठाढ़ी के बरसाम के निवासी हैं डॉ. वाचस्पतिनाथ झा मणि
मधुबनी- 10 जनवरी। भारत के उत्कृष्टतम संस्था एनआईई-एनसीईआरटी में बिहार के मधुबनी जिले के अंधराठाढी प्रखण्ड क्षेत्र के बरसाम गांव निवासी स्वर्गीय डॉ रमानाथ झा शशि एवं मिठो देवी के दुसरे पत्र डॉ. वाचस्पतिनाथ झा मणि असिस्टेंट प्रोफेसर में नियुक्त हुए हैं। इनके चयनित होने पर गांव सहित संस्कृत क्षेत्रों में हर्ष व्याप्त है। डॉ. झा ने कामेश्वरसिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त करने के बाद दिल्ली स्थित श्रीलाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय से बीएड एवं एमएड का प्रशिक्षण प्राप्त किया है। पूर्व डायरेक्टर वर्तमान छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो.मदनमोहन झा के मार्ग निर्देशन में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली से शिक्षाशास्त्र में पीएचडी एवं नेट परीक्षा उतीर्ण किए है। बचपन से ही अत्यन्त मेधावी डॉ झा ने अपने प्रथम प्रयास में ही सभी परीक्षाओं में उती्र्ण हुए हैं। तथा प्रथम साक्षात्कार में ही एनसीईआरटी में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर चयनित हुए हैं। डॉ. झा अपने इस सफलता का श्रेय दिवंगत पिता डॉ. रमानाथ झा शशि एवं माता श्रीमती मिठो देवी के साथ सभी विद्या गुरूओं डॉ.त्रलोचन झा,प्रो.सुरेश्वर झा,कुलपति प्रो.शशिनाथ झा,प्रो.कृष्णानन्द झा,प्र्रो.आपी पाठक,प्रो. अमिता पाण्डेय व प्रो. मदनमोहन झा को दिए हैं। इनके दर्जनों शोध आलेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं। साथ ही राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित है। मानकप्राप्त कुल सात पुस्तकें भी प्रकाशित हुआ है। मालुम हो कि इससे पूर्व डा. झा केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के शिक्षाशास्त्र विभाग में अतिथि प्राध्यापक के रूप में वर्षों तक कार्यरत थे। सितंबर में चयनित होने के बाद सोमवार को दिल्ली स्थित अपने कार्यालय में डा. वाचस्पति नाथ झा ने विधिवत योगदान कर कार्यारंभ कर चुके हैं। इन के इस सफलता पर डा. रामसेवक झा,डॉ. त्रिलोक झा,डॉ. निरीज त्रिवेदी,मो. रजाउल्लाह नेहाल सहित दर्जनों शिक्षाविदों एवं संस्कृतानुरागियों ने बधाई दी हैं।