
मुख्यमंत्री ने छठ घाटों का लिया जायजा,अधिकारियों को दिए निर्देश
पटना- 27 अक्टूबर। सीएम नीतीश कुमार ने बुधवार को छठ पूर्व पटना के सभी गंगा घाटों का निरीक्षण किया। उन्होंने स्टीमर से गांधी घाट से पटना सिटी के कंगन घाट तक गंगा घाटों का निरीक्षण किया। इसके पश्चात् दानापुर के नासरीगंज लुक भी उन्होंने गंगा घाटों का निरीक्षण किया। गंगा घाटों के निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना की गंगा नदी के किनारे बड़ी संख्या में लोग छठ महापर्व को मनाते हैं। छठ महापर्व की तैयारियों के मद्देनजर हमलोगों ने आज विभिन्न घाटों का जायजा लिया है।
सीएम ने कहा कि छठ घाटों की तैयारियों के संबंध में लोगों से विचार-विमर्श कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये गये हैं। इस बार अधिक वर्षापात होने से गंगा नदी में पानी का प्रवाह काफी ज्यादा है। ऐसे में छठ घाटों पर सुरक्षा इंतजाम जरुरी हैं ताकि लोगों को कोई परेशानी नहीं हो। उन्होंने कहा कि अधिकारी और इंजीनियर गंगा के किनारे के घाटों का जायजा लेकर छठ महापर्व को लेकर स्थल का चयन करके काम शुरु कर देंगे ताकि छठ व्रतियों को कोई दिक्कत नहीं हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे तीन नवंबर को एक बार फिर से छठ घाटों का निरीक्षण करके तैयारियों का जायजा लेंगे। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने घाटों की सफाई-सुरक्षा एवं स्वच्छता के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि गंगा नदी की टापूनुमा संरचना पर छठ व्रतियों को अर्घ्य देने में कोई परेशानी न हो, इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करें। टापूनुमा संरचना पर छठ व्रतियों के आवागमन की व्यवस्था के लिए कलेक्ट्रेट घाट और महेन्द्रू घाट से टापूनुमा संरचना तक पीपापुल का निर्माण कराया जा रहा है। बांस घाट से भी टापूनुमा संरचना तक पीपा पुल के निर्माण की संभावनाओं को तलाशें। मुख्यमंत्री ने कहा कि छठ व्रतियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुये छठ घाटों का निर्माण करें ताकि अर्घ्य देने में कोई परेशानी न हो। गंगा नदी के जलस्तर एवं प्रवाह को देखते हुये छठ घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रखें। यह भी सुनिश्चित करें कि छठ व्रतियों की सुरक्षा के साथ-साथ उनको हर प्रकार की सहूलियत मिले। छठ घाटों के पास सुरक्षा के दृष्टिकोण से ठीक ढंग से बैरिकेडिंग करायें, साथ ही नदी किनारे की सड़कों के पास भी बैरिकेडिंग करायें। छठ व्रतियों की सुविधाओं का भी विशेष ख्याल रखें।



