बिहार

महिला आरक्षण बिल कहीं न कहीं जुगला बंदी लग रहा हैः विनोद सिंह

मधुबनी- 20 सितंबर।संसद में जो महिला आरक्षण बिल लाया गया है, वह स्वागत योग्य कदम है। हम शुरू से ही महिला सशक्तीकरण के हिमायती रहे हैं और बिहार में हमलोगों ने कई ऐतिहासिक कदम उठाये हैं। उक्त बातें पूर्व विधान परिषद विनोद कुमार सिंह ने आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा। उन्होने कहा कि केंद्र सरकार ने संसद में जो महिला आरक्षण बिल लाया है। वह कहीं ना कहीं जुगला बंदी लग रहा है। जो घोषणा चुनाव के समय में हुआ करता है। अगर महिला के प्रति चिंता रहता, तो यह काम बहुत पहले हो गया होता। परंतू चुनाव नजदीक आया, तब उन्होंने महिला के प्रति 33 प्रतिशत आरक्षण बिल लाये हैं, जो कहीं ना कहीं सरकार की जुमला बंदी है। उन्होने कहा कि केन्द्र सरकार की गलत नीति जनता जान चुकी है। तथा वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में इंडिया ही जीतेगा। श्री सिंह ने कहा कि सभी राज्य जानते हैं कि बिहार सरकार जो कार्य करती है, तो वहीं अन्य राज्य बिहार का नकल करते हैं। जब 2005 के नंबर में बिहार के लोकप्रिय नेता नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बने थे, तो 2006 में सबसे पहले उन्होंने पंचायती राज्य व्यवस्था में महिला को 50 प्रतिषत आरक्षण देने का काम किया था। आज केन्द्र सरकार ने बिहार का नकल कर रही है। उन्होने कहा कि देर से ही पर किया, इस बात को लेकर हम और हमारे सीएम धन्यवाद दिए हैं। यदि यही कार्य पहले किए होते, तो 2024 के चुनाव में संसद भवन विधानसभा में बटता। परंतू आप ठीक चुनाव के समय में किए है,  जो कहीं ना कहीं खेल बेला लग रहा है। जनता सब कुछ जान चुकी है। तथा 2024 में बीजेपी की विदाई तय है। गृह मंत्री अमित शाह झंझारपुर आए थे। लोग उनकी आने की तैयारी 10 दिन पहले से करने लगे। लोग उनके भाषण सुनने के लिए दूर से गए थे। लोग गृह मंत्री से उम्मीद लगा के भाषण सुनने गए थे, कि गृह मंत्री बहुत योजना गरीब बेरोजगार के लिए घोषित करेंगे। परंतू ऐसा उन्होंने नहीं किया। जिसके कारण लोग आक्रोशित है। जो मिथिला और बिहार के लोग उम्मीद किए थे कि गरीब रोजगार की निसहायकों के लिए गृह मंत्री नया योजना घोषित करेंगे, पर नहीं किया। वहीं अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष अहमद हुसैन ने कहा कि जिस स्टेडियम में उनका आगमन हुआ था, वह स्टेडियम बिहार सरकार के द्वारा बनाया गया है। उसी स्टेडियम में ललित नारायण मिश्र-कनपुरी ठाकुर का स्टेचू बनाया गया है। परंतू गृहमंत्री को इतना समय नहीं था कि उनके स्टैचू पर जाकर पुष्पांजलि करें? जबकि गृहमंत्री का उड़नखटोला बगल में ही लैंड किया था। परंतू उनके स्टैचू पर पुष्पांजलि ना कर मंच पर जो प्रतिमा लगा था, उसे पर जाकर नमन किया,जो निंदनीय है। मौके पर बचनू मंडल,फुलदेव यादव,उषा कुमारी,सोनी कुमारी,मो. रियाज,मुखिया आजाद शाह,मो. अख्तर अंसारी व अन्य मौजुद थे।

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