
भारत-नेपाल के बीच बड़ी रेल लाइन सेवा की शुरुआत, नेपाली मंत्री रेणु यादव ने कहा- मित्रता सबों से है, पर रिश्ता सिर्फ भारत से है
जनकपुर/नेपाल-02 अप्रैल। भारत-नेपाल के लिए शनिवार का दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है। जयनगर-जनकपुर कुर्था नेपाल मैत्री ट्रेन के परिचालन से एक बार फिर भारत नेपाल के बीच वर्षों से बेटी रोटी के संबंधों को और मजबूती प्रदान करने की पहल हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व नेपाली पीएम शेर बहादुर देउवा के द्वारा भारत के हैदराबाद हाउस से संयुक्त रूप से रिमोट कंट्रोल के माध्यम से उद्धाटन किया।भारतीय सीमावर्ती जयनगर रेलवे स्टेशन पर रेल प्रशासन के द्वारा प्रोजेक्टर लगाया गया था। जिस के माध्यम लोगों ने प्रधानमंत्री के द्वारा उद्घाटन समारोह का लाइव प्रसारण देखा। जयनगर से शनिवार को 12:40 बजे नेपाली ट्रेन का विधिवत उद्घाटन के बाद परिचालन जनकपुर कुर्था नेपाल तक किया गया।इतिहासिक पलों की दोनों देशों के लोगों में वर्षा से इंतजार था। आठ साल के लंबी अवधि के बाद आखिरकार भारत व नेपाल के प्रधानमंत्री ने संयुक्त रूप से नेपाली ट्रेन का विधिवत उद्घाटन किया।

जयनगर नेपाली रेलवे स्टेशन उद्घाटन समारोह स्थल पर नेपाल में भारतीय राजदूत तरुण बंसल, पूर्व मध्य रेल हाजीपुर जोन के महाप्रबंधक अनुपम शर्मा, मंडल प्रबंधक आलोक अग्रवाल,मधुबनी जिला पदाधिकारी अमित कुमार, पुलिस अधीक्षक डॉ सत्य प्रकाश, नेपाल रेल्वे के महाप्रबंधक निरंजन झा, सीएफटीएफ आधार राज, सिनियर डीसीएम सरस्वती चंद्र, सिनियर डीईएन आर एन झा, सिनियर डीईएन वन विनोद कुमार, कस्टम कमिश्नर प्रदीप कुमार कटियार, एसी रणविजय सिंह, अधीक्षक संत कुमार, आरपीएफ कमांडेंट अरविंद कुमार लाल, जयनगर एसडीओ बेबी कुमारी, एसडीपीओ विप्लव कुमार, स्टेशन अधीक्षक राजेश मोहन मल्लिक, आरपीएफ प्रभारी रमेश कुमार, जीआरपी प्रभारी मनोज कुमार समेत अन्य मौजूद थें । इसी क्रम में उद्घाटन के बाद मैत्री ट्रेन के जयनगर से जनकपुर कुर्था नेपाल पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। जनकपुर रेलवे स्टेशन परिसर में एक सभा का आयोजन किया गया। आठ वर्षों के बाद भारत नेपाल के बीच ट्रेन परिचालन से दोनों देशों के रिश्तों में और मजबूती आई। जयनगर नेपाली रेलवे स्टेशन मुख्य समारोह स्थल पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। रेलवे स्टेशन परिसर में आरपीएफ, रेल थाना पुलिस, स्थानीय थाना पुलिस, एसएसबी एवं कस्टम विभाग के अधिकारियों मौजूद थें।



