
फर्जी अकॉउंट चंद मिनट में बंद करती है पुलिस: डॉ हंस कुमार
मधुबनी- 04 जनवरी। आज सोशल साइट पर फर्जी अकॉउंट बनाना आम बाते हो गया लोग चंद मिनट मे फर्जी अकॉउंट बना देते हैँ और किसी का नंबर तो कभी निजी फोटो वीडियो वायरल कर देते हैँ और सोचते हैँ क़ि पुलिस नहीं बंद कर पायेगी और और नहीं एविडेंस संग्रह कर पायेगी जो क़ि युवाओं का गलतफहमी हैं, पीड़ित से सिर्फ आधार कार्ड लेकर और सरकारी ईमेल के सहारे तुरंत फर्जी अकॉउंट को बंद करने क़े साथ किस नंबर पर ओटीपि गया हैँ और किस आईपी से अकॉउंट चल रहा हैँ उसका विवरण तुरंत पुलिस पता कर लेती हैं। उपयुक्त बाते आज रामकृष्ण महाविद्यालय मे आयोजित मधुबनी राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा आयोजित साइबर जागरूकता प्रोग्राम मे साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट डॉ हंस कुमार ने कहा। उन्होंने कहा क़ि फर्जी अकॉउंट बनाना ही अपराध हैं और सोशल अकॉउंट कंपनी जब एविडेंस देती हैँ तो इसे डिजिटल एविडेंस मना जाता हैँ जिसे कोर्ट मान्यता देती हैँ ऐसे मे सजा होना तय होता हैँ। कई लोग लडकिआ का निजी तस्वीवर रख लेते हैँ और वायरल करते हैं, जो क़ि अपराध मे आता हैँ। उन्होंने कहा क़ि बिना सोचे समझें कोई एप्प डाउनलोड ना करें क्यूंकि एप्प आपके लोकेशन, फोटो गैलरी को भी एक्सेस करते हैँ और आपको ब्लैकमेल का शिकार होना पड़ता हैँ! हंस ने कहा क़ि आधार कार्ड क़े सहारे कभी भी एप्प क़े माध्यम से लोन नहीं ले यह आपसे कुछ दिन मे दुगना अमाउंट मांगेगा और ब्लैकमेल करेगा ऐसे एप्प प्रायः चीन क़े होते हैँ। उन्होंने कहा क़ि फशिंग और स्पूफ तकनीक से बचें। इस कार्यक्रम में डॉ. अवधेश झा, डॉ. धीरेंद्र कुमार,डॉ. राजीव कुमार सिंह, डॉ. बृजेश मिश्रा, डॉ. अल्पना कुमारी,डॉ. सुधांशु कुमार आदि मौजूद रहे।
अंत में कार्यक्रम का संचालन कर रहे एन.एस.एस. पदाधिकारी डॉ. दीपक त्रिपाठी ने सभी उपस्थित विद्यार्थियों का तथा वक्ताओं का धन्यवाद ज्ञापित किया।