विश्व

नेपाल-भारत के बीच 6480 मेगावाट क्षमता की पंचेश्वर परियोजना को लेकर बनी सहमति

काठमांडू- 14 फरवरी। नेपाल-भारत के बीच 6480 मेगावाट क्षमता की पंचेश्वर बहुउद्देशीय परियोजना को लेकर सहमति बन गई है। यह जानकारी भारत भ्रमण पर गए नेपाल के ऊर्जा और जलस्रोत मंत्री दीपक खड़का ने दी। उन्होंने बताया कि भारत के साथ 6480 मेगावाट क्षमता की पंचेश्वर बहुउद्देशीय परियोजना के रुके हुए काम को आगे बढ़ाने को लेकर सहमति हो गई है।

नई दिल्ली में भारत सरकार के जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल के साथ गुरुवार को हुई मुलाकात के दौरान पंचेश्वर परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए गंभीर चर्चा होने की बात बताई गई है। इस मुलाकात के बारे में जानकारी देते हुए नेपाल के मंत्री दीपक खड़का ने बताया कि पंचेश्वर के विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) के मुताबिक ही काम को आगे बढ़ाने को लेकर मंत्री स्तरीय बातचीत में सहमति हो चुकी है।

उन्होंने बताया कि जल्द ही इस परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए गठित विज्ञ समूह की बैठक कर सभी विषयों पर सहमति जुटाने का प्रयास किया जाएगा। भारत सरकार की तरफ से तैयार किए गए डीपीआर की फाइल पिछले कई महीनों से नेपाल सरकार के पास ही है। इस पर सरकार को अपना सुझाव देकर इसको समझौते के चरण में ले जाने को लेकर नेपाल और भारत के मंत्रियों के बीच सैद्धांतिक सहमति हुई है।

नेपाल और भारत के मंत्रियों की हुई मुलाकात के दौरान नेपाल के टनकपुर से भारतीय सीमा तक बने लिंक नहर से होते हुए भारत में महाकाली नदी का पानी छोड़ने को लेकर भी बातचीत हुई है। इस बारे में मंत्री दीपक खड़का ने बताया कि दोनों देशों के बीच हुए समझौते के तहत ही महाकाली नदी के पानी का बंटवारा किया जाएगा।

इसी तरह नेपाल और भारत के बीच बाढ़ व्यवस्थापन को लेकर बनी संयुक्त समिति की आगामी बैठक 23-24 मार्च को नई दिल्ली में ही करने का फैसला किया गया है। दोनों मंत्रियों के बीच मार्च में बैठक कर आने वाले बारिश से पहले ही सीमावर्ती नदियों में तटबंध के निर्माण और मरम्मत का काम पूरा कर लिए जाने पर भी सहमति हुई है।

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