
कोटा, बारां, बूंदी एवं झालावाड़ में भारी बारिश से बाढ़ के हालात बने,जरूरत पड़ने पर ली जाएगी सेना की मदद:मुख्यमंत्री
4 अगस्त : राजस्थान के हाडौती क्षेत्र में लगातार बारिश से कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है, यहां 100 से अधिक गांवों से सड़क सम्पर्क टूट गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोटा, बारां, बूंदी एवं झालावाड़ के कुछ इलाकों में भारी बारिश से बाढ़ के हालात बन गए हैं. प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में निर्देश दिए हैं. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) एवं सिविल डिफेंस के दल मदद कार्य कर रहे हैं. जरूरत पड़ने पर सेना की मदद ली जाएगी.
धौलपुर में भी चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है एवं भरतपुर में अधिक बारिश के कारण के कुछ इलाकों में भी बाढ़ के हालात बन सकते हैं। भरतपुर एवं धौलपुर में भी प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है। आमजन से अपील है कि सावधानी बरतें एवं परेशानी होने पर तुरंत प्रशासन को सूचित करें।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 4, 2021

सबसे अधिक बारिश कोटा के खातोली में 280 मिलीमीटर,कोटा बैराज बांध के खोलें 10 गए:
चंबल नदी में खतरे का निशान 129.79 मीटर पर है और खतरे का स्तर 130.79 मीटर है जबकि बुधवार सुबह नदी का गेज 143 मीटर था और जल स्तर बढ रहा हैं. वहीं पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के पूर्वी इलाकों में व्यापक बारिश का दौर जारी है. बारां, सवाईमाधोपुर, कोटा और बूंदी के कई इलाकों में भारी बारिश और अन्य कई इलाकों में भारी से अति भारी बारिश दर्ज की गई. विभाग के अनुसार सबसे अधिक बारिश कोटा के खातोली में 280 मिलीमीटर, बूंदी में 258 मिलीमीटर दर्ज की गई. विभाग ने आगामी दो दिन पूर्वी राजस्थान के कुछ इलाकों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना जताई है. भारी बारिश की वजह से कोटा का बैराज बांध पूरी तरह से भर चुका है जिसकी वजह से बांध के 10 गेट खोले जा चुके हैं बांध के आसपास बने गांवों को खाली करा दिया गया है मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बाढ़ ग्रस्त इलाकों में फंसे लोगों की हर प्रकार से सहायता उपलब्ध कराई जाएगी