
ईडी ने इंजीनियर वीरेंद्र राम और आलोक रंजन को लिया हिरासत में
रांची- 21 फरवरी। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ग्रामीण विकास विभाग के इंजीनियर वीरेंद्र राम के कई ठिकानों पर मंगलवार को छापेमारी कर रही है। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ईडी ने वीरेंद्र राम और आलोक रंजन नामक व्यक्ति को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि मंगलवार की सुबह ईडी के अधिकारी वीरेंद्र राम के ठिकाने पर पहुंचे, जहां वो आलोक रंजन नामक व्यक्ति के साथ चाय पी रहे थे। वकील कहे जाने वाले आलोक रंजन वही व्यक्ति हैं, जिन्हें वर्ष 2019 में झारखंड भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने गिरफ्तार किया था। एसीबी ने विभाग के एक कनिष्ठ अभियंता सुरेश प्रसाद वर्मा के जमशेदपुर स्थित परिसर में छापा मारा था और 2.67 करोड़ नकद रुपये बरामद किया था। तब यह राशि आलोक रंजन के कमरे से बरामद की गई थी, जिसने यहां किरायेदार के रूप में रहने का दावा किया था।
सूत्रों ने बताया कि ईडी के अधिकारियों ने पहले तो आलोक रंजन को नहीं पहचाना और उसने नौकर होने का नाटक किया, लेकिन उसकी गतिविधि से ईडी के अधिकारियों को शक हुआ। इस पर ईडी के अधिकारियों ने उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपनी पहचान अधिकारियों को बता दी।
ईडी सूत्रों ने बताया कि ईडी ने वीरेंद्र राम की आठ एसयूवी, नई दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी में चार घरों सहित छह घरों की खोज की है, जो 20 करोड़ रुपये से अधिक के हैं। इसके अलावा निवेश से संबंधित दस्तावेज, गहने के अलावा कई आपत्तिजनक दस्तावेज छापे के दौरान बरामद किये गये हैं। बताया गया कि बरामद गहने की कीमत डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक है।
जानकारी के अनुसार रांची, जमशेदपुर, पटना, दिल्ली, सीवान, हरियाणा सहित अन्य ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। ईडी की टीम ने जब छापेमारी शुरू की तो वीरेंद्र राम सुबह करीब 9 बजे वसुंधरा एस्टेट में अपने एक डुप्लेक्स में था। रांची के कचहरी स्थित अभियंत्रण भवन में भी ईडी की छापेमारी हुई है। वीरेंद्र राम का वह कार्यालय बताया जा रहा है। इसके अलावा अशोक नगर रोड नंबर चार स्थित आवास में छापेमारी की गयी है। जमशेदपुर के सोनारी में अपार्टमेंट, मानगो के ग्रीन वाटिका में दो डुप्लेक्स में भी छापेमारी चल रही है।



