नई दिल्ली- 07 मार्च। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने यूको बैंक से जुड़े 820 करोड़ रुपये के संदिग्ध तत्काल भुगतान सेवा (आईएमपीएस) के तहत लेन देन के संबंध में गुरुवार को देश के विभिन्न राज्यों में 67 स्थानों पर तलाशी ली। सीबीआई ने राजस्थान और महाराष्ट्र के सात शहरों में यह तलाशी अभियान चलाया। यूको बैंक से मिली शिकायत पर सीबीआई ने 21 नवंबर, 2023 को मामला दर्ज किया था। सीबीआई आईएमपीएस मामले की जांच कर रही है । यह जांच जारी है।
सीबीआई के मुताबिक 10 से 13 नवंबर, 2023 के बीच सात निजी बैंकों के लगभग 14,600 खाताधारकों से शुरू किए गए आईएमपीएस आवक लेनदेन को 41,000 से अधिक यूको बैंक खाताधारकों के खातों में गलत तरीके से पोस्ट किया गया था। मूल बैंकों से वास्तविक डेबिट किए बिना यूको बैंक खातों में 820 करोड़ रुपये जमा किए गए। इसका कई खाताधारकों ने फायदा उठाया और विभिन्न बैंकिंग चैनलों के माध्यम से धन निकालकर गलत लाभ कमाया। सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है।
सीबीआई प्रवक्ता द्वारा जारी बयान के मुताबिक इसी क्रम में सीबीआई ने राजस्थान (जोधपुर, जयपुर, जालौर, नागौर, बाड़मेर, फलौदी सहित) और पुणे (महाराष्ट्र) में व्यापक तलाशी अभियान चलाया। इस मौेके पर 30 संदिग्धों को ढूंढ कर जांच की गई।
सीबीआई ने इस अभियान के दौरान यूको बैंक और आईडीएफसी से संबंधित लगभग 130 आपत्तिजनक दस्तावेज़ के साथ 43 डिजिटल डिवाइस (40 मोबाइल फोन, 2 हार्ड डिस्क और 1 इंटरनेट डोंगल सहित) फोरेंसिक विश्लेषण के लिए जब्त किए । इससे पहले सीबीआई ने दिसंबर 2023 में कोलकाता व मैंगलोर में निजी व्यक्तियों और यूको बैंक के अधिकारियों से जुड़े 13 स्थानों पर तलाशी ली थी।
तलाशी अभियान के दौरान सशस्त्र बलों सहित कुल 120 राजस्थान पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था। इसके अलावा 130 सीबीआई अधिकारियों सहित 40 टीमों के 210 कर्मी और विभिन्न विभागों के 80 स्वतंत्र गवाह भी अभियान में शामिल थे।