
BIHAR:- मधुबनी में 16 से 31 दिसंबर तक आयुष्मान कार्ड के लिए चलेगा विशेष अभियान
मधुबनी- 14 दिसंबर। जिलाधिकारी आनंद शर्मा ने स्वास्थ्य विभाग के समीक्षात्मक बैठक में मधुबनी जिला के सभी पंचायतों,नगर पंचायतों, शहरी क्षेत्रों में सरकार द्वारा प्रदेश के नागरिकों को समुचित स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना तथा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना अंतर्गत लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड निर्गत करने एवं 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयुष्मान वय वंदना कार्ड का निर्माण करने हेतु 16 से 31 दिसंबर तक जिले में विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिए। उक्त अभियान के दौरान प्रत्येक गांव,पंचायत सरकार भवन, विशेष अभियान जायेंगे जहां आयुष्मान कार्ड बनवाने की सुविधा दी जाएगी। इस संबंध में समाहरणालय स्थित कार्यालय में जिलाधिकारी आनंद शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित स्वास्थ्य विभागीय समीक्षात्मक बैठक में जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार कि इस महत्वाकांक्षी अभियान को धरातल पर उतारने की दिशा में सभी पदाधिकारी पूरी प्रतिबद्धता के साथ अपने दायित्व का निर्वहन करें ताकि अधिक से अधिक लोगों को आयुष्मान कार्ड से आच्छादित किया जा सके। उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि वार्ड स्तर पर माइक्रो प्लान बनाते हुए उक्त कार्य को करना सुनिश्चित किया जाए। सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी इसका सतत अनुश्रवण करेंगे। उन्होंने कहा कि 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी वरिष्ठ नागरिकों को चाहे उनकी सामाजिक,आर्थिक स्थिति कुछ भी हो आयुष्मान वय वंदना कार्ड से आच्छादित किया जाए। छूटे हुए सभी लाभुकों को आयुष्मान कार्ड से आच्छादित किया जाए।सीएससी संचालक,आशा कार्यकर्ता,पंचायती राज कार्यपालक सहायक व अन्य ऑपरेटर के सहयोग से शिविर आयोजन की बात कहीं गई।
जिलास्तर पर प्रचार-प्रसार की जिम्मेवारियां सिविल सर्जन और डीपीसी को दी गयी है। जिला स्तर से आशा एवं पंचायत कार्यपालक सहायक यूजर आईडी रिएक्टिवेशन और और नया आईडी निर्माण आवश्यकतानुसार बनाने की जिम्मेदारी जिला स्तर पर ABDM के प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर को दिया गया साथ ही सम्पूर्ण अभियान के दौरान किसी प्रकार के तकनीनिकी सहयोग की जिम्मेदारी भी इनको दी गई है, जबकि प्रखंड स्तर पर स्वास्थ्य विभाग के प्रखंड अनुश्रवण एवं मूल्यांकन सहायक को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। ग्राम पंचायत स्तर पर पंचायत सेवक शिविर की भौतिक व्यवस्थाएं करेंगे। कार्ड निर्माण प्रक्रिया का संचालन निर्धारित प्रशिक्षित ऑपरेटरों के माध्यम से किया जायेगा। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने स्तर से पंचायती राज जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित कर पात्र लाभार्थी को निर्धारित तिथि पर शिविर तक लाने का अनुरोध करेंगे। ग्राम पंचायत हेतु तैयार माइक्रो प्लान के अनुरूप शिविर स्थल पर वैसे पात्र लाभार्थी जिनका कार्ड निर्माण नहीं हुआ है, को अनिवार्य दस्तावेजों (व्यक्तिगत पहचान हेतु आधार कार्ड और पारिवारिक सदस्य सत्यापन हेतु राशन कार्ड) के साथ शिविर स्थल तक लाने की जिम्मेदारी संबंधित वार्ड सदस्य,जीविका दीदी, आशा तथा एएनएम की होगी।इस आशय का निर्देश डीएम के द्वारा दिया गया।
अभियान के दौरान कॉमन सर्विस सेंटर (वसुधा केंद्र) के जिला प्रबंधक और समन्वयक को निदेश दिया गया कि अपने सभी ऐक्टिव VLE को तत्परता से इस कार्य में लगायें एवं दैनिक प्रतिवेदन VLE वार पंचायत वार आयुष्मान भारत कार्यालय के माध्यम से उपलब्ध करायें। आशा के द्वारा बनाये गए आयुष्मान कार्ड का दैनिक प्रतिवेदन जिला सामुदायिक उत्प्रेरक को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। पंचायत कार्यपालक सहायकों के द्वारा अधिकाधिक आयुष्मान कार्ड बनाने का निर्देश दिया गया साथ ही दैनिक प्रतिवेदन उपलब्ध कराने की ज़िमेदारी समाहरणालय के आईटी प्रबंधक को दिया गया है। संपूर्ण अभियान के दौरान प्रखंड स्तर पर इसका अनुश्रवण प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी करेंगे जिसमें सभी प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक आवश्यक सहयोग प्रदान करेंगे।
जिलाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताए की आयुष्मान कार्ड का निर्माण बहुत ही सामान्य प्रक्रिया है जिसे मोबाइल एप्लीकेशन (आयुष्मान ऐप) के द्वारा बेनेफिसिअरी/लाभार्थी के रूप में किसी भी मोबाइल नंबर से लॉगिन कर के स्वंय का या अन्य लाभार्थी का आयुष्मान कार्ड बनाया जा सकता है, निर्देश दिया गया कि अभियान के दौरान अगर ऑपरेटर आईडी में किसी प्रकार के तकनीकी खराबी होने पर बेनेफिसिअरी लॉगिन से आयुष्मान कार्ड का निर्माण किया जा सकता है। आयुष्मान कार्ड निर्माण बायोमेट्रिक पहचान, चेहरे की पहचान,मोबाइल ओटीपी, आईरिस के माध्यम से आसानी से बनाया जा सकता है।
जिला स्तर पर अनुश्रवण की जिम्मेदारी सिविल सर्जन और जिलाधिकारी द्वारा समाहरणालय के नामित पदाधिकारी को दिया गया है जिसमे डीपीएम और डीपीसी आयुष्मान भारत को आवश्यक सहयोग प्रदान करने की जिम्मेदारी दी गई है। समीक्षात्मक बैठक में अपर समाहर्ता मुकेश रंजन,अपर समाहर्ता आपदा संतोष कुमार,सिविल सर्जन डॉ हरेंद्र कुमार डीपीएम पंकज मिश्रा डीपीसी आयुष्मान भारत कुमार प्रियरंजन सहित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं स्वास्थ्य विभागीय अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।



