चेन्नई- 28 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को चेन्नई के जवाहर लाल नेहरू (जेएलएन) इंडोर स्टेडियम में 44वें शतरंज ओलंपियाड का भव्य उद्घाटन किया। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की मेजबानी पहली बार भारत में और 30 साल बाद एशिया में की जा रही है।
भारत के महान शतरंज खिलाड़ी और पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने शतरंज ओलंपियाड की मशाल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को सौंपी। इसके बाद मशाल को स्टेडियम में युवा ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंद और अन्य को सौंपा गया।
केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने अपने संबोधन में कहा कि शतरंज की उत्पत्ति भारत में हुई थी। ठीक एक महीने पहले, हमने दिल्ली में पहली बार मशाल रिले का जश्न मनाया। आज से शतरंज का टूर्नामेंट शुरू हो रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में खेल दिन-ब-दिन मजबूत होते जा रहे हैं।
इस मौके पर तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि, सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन, तमिलनाडु के खेल मंत्री मयनाथन आदि उपस्थित रहे।
प्रधानमंत्री ने इस साल 19 जून को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय स्टेडियम में पहली बार शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले का भी शुभारंभ किया था। यह मशाल 40 दिनों की अवधि में लगभग 20 हजार किलोमीटर की दूरी तय करते हुए देश के 75 ऐतिहासिक स्थानों से होकर गुजरी और फिडे मुख्यालय, स्विट्जरलैंड में जाने से पहले महाबलीपुरम में इसका समापन हो रहा है।
44वां शतरंज ओलंपियाड 28 जुलाई से 10 अगस्त तक चेन्नई के मामल्लापुरम (महाबलीपुरम) में आयोजित किया जा रहा है। 1927 से आयोजित इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की मेजबानी पहली बार भारत में और 30 साल बाद एशिया में की जा रही है। 187 देशों की भागीदारी में, यह किसी भी शतरंज ओलंपियाड में सबसे बड़ी भागीदारी होगी। भारत इस प्रतियोगिता में अपने अब तक के सबसे बड़े दल को शामिल कर रहा है, जिसमें 6 टीमों के 30 खिलाड़ी शामिल हैं।