
तेजस्वी के अभी दूध के दांत नहीं टूटे हैं: ओवैसी
पूर्णिया- 04 नवंबर। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को पूर्णिया में आयोजित एक जनसभा में बिहार की राजनीति पर तीखा प्रहार किया। सीमांचल को मुख्यधारा की राजनीति में शामिल न किए जाने पर उन्होंने राज्य की सत्ता में बैठे नेताओं को कठघरे में खड़ा किया। सभा के दौरान उन्होंने महागठबंधन और तेजस्वी यादव पर भी सीधा निशाना साधा।
ओवैसी ने कहा कि तेजस्वी यादव के “अभी दूध के दांत भी नहीं टूटे हैं”, और फिर भी वे खुद को बड़ा नेता समझते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में सीमांचल क्षेत्र की उपेक्षा लंबे समय से होती आई है और जब भी चुनाव आते हैं, तब इस इलाके को केवल वोट बैंक के रूप में देखा जाता है।
उन्होंने जनता से अपील की कि वे अब ऐसे नेताओं के बहकावे में न आएं जो सिर्फ वादे करते हैं लेकिन कभी क्षेत्र में धरातल पर काम नहीं करते। ओवैसी ने कहा कि सीमांचल की सच्ची लड़ाई विकास,शिक्षा,रोजगार और सम्मान की है और एआईएमआईएम इस आवाज़ को विधानसभा तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।
अपने संबोधन में ओवैसी ने यह भी कहा कि सीमांचल की पहचान को अलग बताने वालों को जवाब देना होगा। उन्होंने दावा किया कि इस इलाके के लोग बिहार की असली ताकत हैं, लेकिन उन्हें योजनाओं और बजट के वितरण में कभी न्याय नहीं मिला।
सभा में उन्होंने भाजपा और जदयू पर भी आरोप लगाया कि दोनों ने बारी-बारी से शासन किया, लेकिन सीमांचल के लिए कोई ठोस योजना नहीं बनाई। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि सीमांचल खुद अपनी राजनीतिक दिशा तय करे और अपने नेतृत्व को आगे लाए।
सभा में हजारों लोगों की भीड़ जुटी थी, जिन्होंने ‘ओवैसी ज़िंदाबाद’ और ‘सीमांचल का हक़ दो’ के नारे लगाए। इस दौरान ओवैसी ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए एआईएमआईएम की रणनीति का भी संकेत दिया और कहा कि उनकी पार्टी सीमांचल को विकास की नई राह पर ले जाएगी।



