
बिहार में एक बार फिर सेक्युलर, न्यायप्रिय और विकास पर आधारित सरकार बनेगी: नज़रे आलम
दरभंगा- 12 अक्टूबर। जदयू के युवा नेता एवं ऑल इंडिया मुस्लिम बेदारी कारवां के राष्ट्रीय अध्यक्ष नज़रे आलम ने कहा है कि बिहार की मौजूदा राजनीतिक फिज़ा में शांति, न्याय और विकास की राजनीति को मज़बूत करना समय की सबसे बड़ी ज़रूरत है। इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक मज़बूत, सेक्युलर और विकासोन्मुख सरकार का बनना बेहद आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ऐसे नेता हैं जिन्होंने हमेशा साम्प्रदायिक सौहार्द और न्याय की राजनीति को प्राथमिकता दी। उनके बीस साल के शासनकाल में बिहार ने शांति, कानून-व्यवस्था,शिक्षा,रोजगार और विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं।
मुसलमानों के लिए विशेष रूप से चलाई गई योजनाएँ—जैसे अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति, रोजगार ऋण योजना,मदरसा आधुनिकीकरण योजना और मौलाना मज़हरुल हक विश्वविद्यालय की स्थापना — उनकी अल्पसंख्यक हितैषी सोच की स्पष्ट मिसाल हैं।
नज़रे आलम ने कहा कि नीतीश कुमार ने जाति और धर्म से ऊपर उठकर सबके लिए विकास की राह तैयार की। उनके शासनकाल में बिहार में कोई बड़ा साम्प्रदायिक दंगा नहीं हुआ, जिससे यह साबित होता है कि उनकी सरकार में शांति और भाईचारे का माहौल कायम रहा।
उन्होंने बिहार के मुसलमानों से अपील की के वे 2025 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार और जनता दल (यूनाइटेड) का समर्थन करें, ताकि बिहार में एक बार फिर सेक्युलर, न्यायप्रिय और विकास आधारित सरकार बन सके। नज़रे आलम ने कहा “नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने जो शांति, शिक्षा और रोजगार की दिशा देखी है, उसे बनाए रखने के लिए हमें 2025 में एक बार फिर उन पर भरोसा जताना होगा।”