काठमांडू- 20 सितम्बर। सरकार द्वारा संसद में पेश किए गए नए शिक्षा विधेयक का विरोध करते हुए देशभर के सरकारी शिक्षकों का राजधानी काठमांडू में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। सरकारी विद्यालयों को नगरपालिका और गांवपालिका के मातहत रखने के प्रस्तावित प्रावधान के विरोध में यह प्रदर्शन किया जा रहा है।
नेपाल शिक्षक महासंघ के आह्वान पर देश के सभी सरकारी और सामुदायिक विद्यालय के शिक्षक अपने अपने स्कूल को बन्द कर काठमांडू में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। शिक्षकों के विरोध प्रदर्शन के कारण बुधवार को काठमांडू के सबसे व्यस्त रहने वाले माइतीघर बानेश्वर सड़क खण्ड पूरी तरह बन्द रहा। हजारों शिक्षकों के प्रदर्शन से राजधानी की यातायात व्यवस्था चरमरा गई है।
नेपाल शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष कमला देवी तुलाधर ने बताया कि सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को स्थानीय निकाय के तहत लाने का हम विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के इस प्रस्तावित विधेयक से सरकारी शिक्षकों को हतोत्साहित करने का काम किया गया है। शिक्षकों के पदोन्नति और स्थानांतरण का अधिकार स्थानीय नगरपालिका और गांवपालिका को देना शिक्षकों के साथ अन्याय है।
कई राजनीतिक दलों ने भी शिक्षकों के इस आंदोलन का समर्थन करते हुए सरकार से इस पर गम्भीरतापूर्वक विचार करने की मांग की है। हालांकि शिक्षा मंत्री अशोक राई ने कहा कि सरकार की तरफ से लगातार वार्ता का आह्वान किए जाने के बाद भी शिक्षक महासंघ के प्रतिनिधि वार्ता में नहीं आए। उन्होंने राजनीतिक दलों पर शिक्षक आंदोलन को उकसाने का आरोप लगाया है।