काठमांडू- 17 जनवरी। नेपाल सरकार ने ग्रीन हाइड्रोजन के प्रयोग को हरी झंडी दे दी है। बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में सरकार ने ग्रीन हाइड्रोजन से संबंधित नीति पारित कर दी है।
सरकार की प्रवक्ता तथा सूचना एवं संचार मंत्री रेखा शर्मा ने कैबिनेट बैठक में हुए फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि इस फैसले के बाद नेपाल में हाइड्रोजन के उत्पादन और उपयोग को मंजूरी मिल गई है। उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम उत्पादों के विकल्प के रूप में रहे हाइड्रोजन ईंधन का उपयोग जल्द ही शुरू किया जा सकता है।
मंत्री रेखा शर्मा ने कहा कि नेपाल ऑयल कॉर्पोरेशन की वित्तीय सहायता से, काठमांडू विश्वविद्यालय हाइड्रोजन ईंधन के उत्पादन और प्रयोग का अध्ययन कर रहा है। उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया से हाइड्रोजन ईंधन वाहन लाकर काठमांडू विश्वविद्यालय धुलीखेल में सफल परीक्षण किया गया है ।
विश्वविद्यालय के ग्रीन लैब के प्रमुख डाॅ. विराज सिंह थापा ने कहा कि हाइड्रोजन नीति पारित होने से नेपाल में इसके उपयोग में आसानी होगी। थापा के साथ विशेषज्ञों ने नीति का मसौदा तैयार करने में प्रमुख भूमिका निभाई थी।
वैश्विक बाजार में हुंडाई और टोयोटा जैसी कंपनियां पहले से ही हाइड्रोजन ईंधन से चलने वाले वाहनों का उत्पादन कर चुकी हैं। भारत में टाटा मोटर्स ने हाइड्रोजन फ्यूल में भी निवेश किया है। अब तक नेपाल में हाइड्रोजन ईंधन से चलने वाले वाहनों के संचालन के लिए कोई स्पष्ट कानूनी प्रावधान नहीं है। नई तकनीक पर नीति पारित होने से अधिक कानून बनाना आसान होगा।