
MADHUBANI:- स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में बोले डीएम अरविन्द कुमार वर्मा, कहा- जिले के अनुमंडल अस्पतालों में जल्द सिजेरियन की सुविधा उपलब्ध कराऐं
मधुबनी- 24 सितंबर। समाहरणालय के सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की मासिक बैठक जिला पदाधिकारी सह जिला स्वास्थ्य समिति मधुबनी के अध्यक्ष अरविन्द कुमार वर्मा के अध्यक्षता में आयोजित हुई। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग से जुड़े विभिन्न बिंदुओं की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिये। उन्होने गर्भवती महिलाओं के निबंधन एवं प्रसव पूर्व जांच की अद्यतन स्थिति की समीक्षा करते हुए जिले की उपलब्धि पर संतोष जताया और इसमें और भी सुधार करने के निर्देश दिया। उन्होंने गर्भवती महिलाओं को आईएफए एवं कैल्शियम टेबलेट शत प्रतिशत उपलब्ध कराए जाने पर बल देते हुए एएनएम कार्यकर्ताओं से और प्रयास करने की अपेक्षा की। उन्होंने इस परिप्रेक्ष्य में सबसे कम उपलब्धि करने वाले पांच प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से स्पष्टीकरण पूछे जाने के निर्देश भी दिए हैं। संस्थागत प्रसव की समीक्षा के दौरान उन्होंने निर्देश दिया गया कि सभी बीसीएम आशावार उपलब्धि की समीक्षा करें, जिससे यह पता चल सके की आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा कहां प्रसव कराया गया। अच्छे प्रदर्शन करने वाली आशा को प्रात्साहित करने का भी निर्देश भी दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान में केवल सदर अस्पताल मधुबनी में सी-सेक्शन की सुविधा उपलब्ध है। ऐसे में उन्होंने निर्देश दिया कि सभी अनुमंडल स्तर पर भी जल्द से जल्द सी-सेक्शन की सुविधा प्रारंभ की जाये। तथा इसके लिए आवश्यकता अनुसार निजी सृजन तथा मुर्छक को भी हायर किया जाये। उन्होंने सदर अस्पताल मधुबनी में संचालित एसएनसीयू की समीक्षा करते हुए कहा कि चुकी एसएनसीयू में विशेषज्ञ चिकित्सक पदस्थापित हैं, ऐसे में किसी बच्चे को इलाज के लिए अन्यत्र भेजना या यथोचित नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आवश्यकता अनुसार नवजात बच्चे को एसएनसीयू सुसज्जित एंबुलेंस से ही भेजें और भेजने से पूर्व बच्चों को स्टेबलाइज करें। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने सभी विद्यालयों के साथ-साथ सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर भी बच्चों के पूर्ण रूप से स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से संबद्ध आयुष चिकित्सकों से कोई अन्य कार्य नहीं लिया जाए। ताकि, क्षेत्र स्तर पर बच्चों के स्वास्थ्य जांच का दायरा बढ़ाया जा सके। उन्होंने आयुष्मान भारत की समीक्षा के क्रम में अधिक से अधिक लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए जाने पर जोर दिया। हेल्थ एन्ड वैलनेस सेंटर पर स्वास्थ्य मेले के आयोजन की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक सभी हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर आयुष्मान भारत के तहत पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसे लक्ष्य के अनुरूप ही पूर्ण किया जाए। जिलाधिकारी ने 21 सितंबर से 16 सितंबर तक आयोजित हुई संघन मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम की भी समीक्षा की। तथा 9 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक मनाया जाने वाले आगामी संघन मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए व्यापक निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने सर्वे रजिस्टर अपडेट करने,टेली मेडिसिन,परिवार कल्याण कार्यक्रम के साथ-साथ आशा के रिक्त पदों पर नई आशा का चयन करने तथा कार्य संपादित नहीं करने वाले आशाओं को चयन मुक्त करने की दिशा में कदम उठाने के निर्देश भी दिए हैं। बैठक में सिविल सर्जन नरेश कुमार भीमसरिया,अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी,डॉ. आरके सिंह,सदर अस्पताल प्रबंधक अब्दुल मजिद के अलावा जिले के सभी कार्यक्रम पदाधिकारी,जिला स्वास्थ्य समिति के सभी सलाहकार,सभी स्वास्थ्य अधीक्षक व उपाधीक्षक,जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, अस्पताल प्रबंधक एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधकों ने भाग लिया।



