
MADHUBANI में मैथिल ब्राह्मणों का सुप्रसिद्ध सौराठ सभा 28 मई से छह जून तक
मधुबनी- 27 मई। मैथिल ब्राह्मणों का सुप्रसिद्ध सौराठ सभा की शुरुआत इस वर्ष 28 मई से छह जुन तक होगा। मालूम हो कि आज विवाह भले ही विभिन्न बेबसाइटों के माध्यम से हो रहा है। परंतु 1310 ईस्वी में बेबसाइट की जगह पुरे मिथलांचल में 42 जगहों पर मैथिल ब्राह्मणों का सभा लगाया जाता था। इस सभा को हम ऑफ लाइन मेट्रोमोनियल साइट्स कह सकते है। इस ऑफ लाइन साइट्स को ऑपरेट करने के लिए सौराठ को मुख्य सभा स्थली बनाया गया था। जहाँ सभी जगहों पर तय किए गए विवाह के पंजीयन की एक प्रति उपलब्ध करने की परंपरा रखी गयी थी। सभा स्थली पर बायोडाटा के जगह पर लड़के को स्वयं उपस्थित होकर अपने बारे में बताना होता था। लड़की वाले की संतुष्टि के उपरांत विवाह की बांकी प्रक्रिया की जाती थी। परंतु आज परिस्थिति बदल चुकी है और लड़के की उपस्थिती नगण्य है। सभा के माध्यम से विवाह की जटिलता को दूर किया जाता था। वहीं पंजीयन लोगों के पूर्वजों के नमो को सहेजने के साथ-साथ कई प्रकार के वंशानुगत रोगों से मुक्ति दिलाने में सहायक के रूप में जानी जाती रही है। लेकिन आज परिस्थिति कूछ और है। सौराठ सभा अपनी बेबसी पर आंसू बहा रहा है, तो वहीं पंजीकर भी सिमटते जा रहे है। सौराठ सभा को आज जरुरत है एक जिर्णोद्वारक की,जो मिथिला की सभ्यता और संस्कृति को सहेजने वाले इस सभा को पुन्हः जीवित कर सके। इधर सौराठ सभा विकास समिति के अध्यक्ष कृष्णकांत झा गुड्डू ने बताया कि इसका उदघाटन सदर एसडीएम चन्दन कुमार झा करेंगे। उन्होने मिथिला वासियों से अपील किया है कि वे अपनी गरिमा की रक्षा के लिए अपनी उपस्थिति दर्ज कराऐं।