बिहार

MADHUBANI:- अवैध संबंध व उगाही के कारण साजिश रचकर हुई थी बुद्धिनाथ झा की हत्या

मधुबनी- 22 जनवरी। बेनीपट्टी अनुमंडल मुख्यालय के लोहिया चोक निवासी आरटीआइ एक्टिविस्ट बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश हत्याकांड मामले की अब गुत्थी सुलझने लगी है। घटना के मुख्य आरोपी अनुज महतो के कोर्ट में सरेंडर करने व पुलिस द्वारा उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ करने के दौरान घटना की गुत्थी परत दर परत सुझलती प्रतीत हो रही है। पुलिस सूत्रों की माने तो मुख्य आरोपी अनुज ने बुद्धिनाथ की हत्या करने की बात स्वीकार कर ली है। उसने पुलिस को बताया है कि वह खुद और उसके महिला सहकर्मी पूर्णकला देवी दोनों ने मिलकर बुद्धिनाथ की हत्या 9 नवंबर को ही अपने अनुराथ हेल्थ केयर नामक नर्सिंग होम में कर दी।

आरोपी ने पुलिस को बताया है कि उसके सहकर्मी पूर्णकला के साथ बुद्धिनाथ का कई महीनों से अवैध संबंध था। इस सिलसिले में वह अक्सर उससे मिलने उसके नर्सिंग होम में बुद्धिनाथ आया करता है। इस क्रम में वह कंडोम भी लाया करता था। मृतक बुद्धिनाथ अक्सर नर्सिंग होम के खिलाफ आरटीआइ लगाकर विभागीय जुर्माना भी करवाता था और फिर अवैध उगाही भी करता था। जिससे तंग आकर उसने बुद्धिनाथ को ठिकाने लगाने को तय कर लिया था। हत्या से दो दिन पहले 7 नवंबर की देर शाम भी बुद्धिनाथ ने पूर्णकला को अपने आवास स्थित संचालित केयर सेंटर पर बुलाया था और अनुज को रकम देने को कहने की बात कही थी। जहां से पुर्नकला अनुज के पास पहुंचकर बुद्धिनाथ की मांग से अवगत कराया और फिर वहीं से उसका काम तमाम करने की दोनों ने साजिश रच डाली। साजिश के तहत पूर्णकला 8 नवंबर को भी बुद्धिनाथ को अनुराग हेल्थ केयर के पास बुलाया था। तथा बुद्धिनाथ गया भी था लेकिन उस दिन किसी कारणवश अपनी मंशा में नाकामयाब रहा। उसने पुलिस को बताया कि 8 नवंबर को पूर्णकला देवी ने अनुराग हेल्थ केयर के बगल में स्थित एक घर प्रमोद साह की पत्नी से छठ महापर्व का गेंहूं कूटने के बहाने से ओखला और मूसल मांगकर रख लिया और 9 नवंबर के दिन में ही बनकट्टा स्थित पेट्रोल पंप से एक गैलन में 5 लीटर पेट्रोल लाकर अनुज महतो ने अपने क्लिनिक में रख लिया। फिर उन दोनों के बीच तय साजिश के तहत पूर्णकला देवी ने मोबाइल से कॉल कर 9 नवंबर की रात बुद्धिनाथ को अनुराग हेल्थ केयर पर मिलने के बहाने बुलाई। रात्रि में मिलने की बात बुद्धिनाथ से दिन में हो गयी थी और रात में बुद्धिनाथ ने फोन कर आने के लिये पूछा तो महिला ने कहा आ जाओ तो करीब 10.15 बजे रात में बुद्धिनाथ पांव पैदल ही मोबाइल पर बात करते हुए क्लिनिक पर पहुंचा। जहां अनुज महतो चार कमरों वाले क्लिनिक के पहले कमरे में लाइट बंद कर बैठा था। जहां बेड लगा था और किचेन आदि के सामान भी रखे थे। अनुज को कमरे में छिपे होने की बुद्धिनाथ को भनक तक नही लगी और वह अन्य दिनों की तरह बेधड़क दूसरे वाले कमरे में जिसमें डॉक्टर का चेंबर था उसमें प्रवेश कर गया. डॉक्टर के चैंबर वाले कमरे में ही पूर्णकला देवी बैठी थीं।

जाते ही बुद्धिनाथ ने पूर्णकला से पानी मांगा तो वह पानी लाकर दी और वह पानी पिया। इसके बाद मृतक ने पूर्णकला देवी के साथ जैसे ही छेड़छाड़ शुरू किया कि उसने उसी कमरे में इन्वर्टर की बैट्री पर रखे मिर्ची का पाउडर मृतक के आंखों में झोंक दिया। मृतक अपनी आंखें मलते हुए जैसे ही बाहर भागने की कोशिश की कि पहले से क्लिनिक के पहले कमरे में घात लगाये अनुज महतो ने मूसल से उसके सिर पर दो बार वार कर दिया। इससे उसका सिर फट गया,खून बहने लगा और वो बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा। इसके बाद उन दोनों ने मिलकर उसके सिर से लेकर गर्दन तक सर्जिकल पालीथिन लगा दिया और फिर नारियल की रस्सी व स्लाइन सेट के पाइप से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। फिर लाश को सूतरी की बड़ी बोरी में बैठाकर बांध दिया। फिर उस बोरी को बाइक के पीछे सीट पर बांधकर ऊपर से एक छींटदार चादर से ढंक दिया और फिर अनुज महतो एवं पूर्णकला देवी ने शव को उसी रात करीब 12.30 से 1 बजे के बीच ले जाकर उड़ेण चैर में फेंक दिया। इसके बाद लौटकर दोनों उस रात उसी क्लिनिक में गुजारा और सुबह होते ही दोनों अपने-अपने घर चले गये। मृतक के गायब होने की बात जब खूब चर्चा में आने लगी तो शव का शिनाख्त मिटाने के लिये उन दोनों ने ही मिलकर 11 नवंबर की रात करीब 12 बजे शव फेंके स्थल पर पेट्रोल वाला डब्बा ले जाकर पेट्रोल छिड़ककर शव को जला दिया। पुलिस ने अनुज महतो की प्लेटिना बाइक अनुमंडल के औंसी थाना क्षेत्र के धेपुरा गांव स्थित उसके ममेरे ससुर के यहां से बरामद की है। साथ ही अनुराग क्लिनिक से मिर्ची पाउडर का डब्बा,ड्रॉल से कंडोम का एक बंद पैकेट,खून लगा हुआ हरा पर्दा, चादर,बगल के घर से मूसल एवं अनुज महतो के घर के समीप स्थित तालाब के भिंडा से अनुज महतो द्वारा जलाये गये अपना खून लगा हुआ कपड़ा बरामद किया है। वहीं पुलिस ने घटना के बाद पूर्व में ही अनुराग क्लिनिक से कंडोम का एक बंद पैकेट और एक खुला हुआ कंडोम बरामद किया था। तथा अनुज के सरेंडर करने के बाद भी कंडोम बरामद की है। एसएचओ अरविंद कुमार व कांड के आइओ मृत्युंजय कुमार ने सिर्फ इतना कहा की घटना की पूरी जानकारी से वरीय पदाधिकारियों को अवगत कराया गया है। वरीय पदाधिकारी का जैसा निर्देश होगा उसके अनुसार आगे की कार्रवाई होगी। साथ ही यह भी कहा कि जांच अभी जारी रहेगी और फर्जी नर्सिंग होम के खिलाफ भी संबंधित विभाग द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराने को लिखा जायेगा।

Join WhatsApp Channel Join Now
Subscribe and Follow on YouTube Subscribe
Follow on Facebook Follow
Follow on Instagram Follow
Follow on X-twitter Follow
Follow on Pinterest Follow
Download from Google Play Store Download

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button