
बिहार
MADHUBANI:- नियोजन पदाधिकारी और डाटा आपरेटर को निगरानी ने रिश्वत लेते दबोचा
मधुबनी- 25 सितंबर। बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार निगरानी विभाग द्वारा कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में निगरानी विभाग ने मधुबनी जिले में बड़ी कार्रवाई की। मधुबनी जिले के बाबूबरही भूपट्टी चौक जिला नियोजन पदाधिकारी मृणाल कुमार चौधरी को बीस हजार और डाटा ऑपरेटर राहुल कुमार को दस हजार रुपये रिश्वत की राशि के साथ निगरानी विभाग पटना की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई निगरानी विभाग पटना के डीएसपी अमरेंद्र प्रसाद विद्यार्थी के नेतृत्व में की गई। टीम ने एक गुप्त सूचना के आधार पर गुरुवार की सुबह ही जाल बिछाया और मौके पर पहुंचकर आरोपियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
गौरतलब है कि निगरानी के अनुसार शिकायतकर्ता ने अपने दुसरे संस्थान पर बाबुबरही में बुलाया, जहां से निगरानी विभाग की टीम ने दोनों को धरदबोचा। इधर घुसखोर जिला नियोजन पदाधिकारी और कर्मी की गिरफ्तारी के बाद जिले में तथाकथित घुसखोर अधिकारियों और कर्मियों में दहष्त का माहौल पाया जा रहा है।
शिकायतकर्ता ने किया था भ्रष्टाचार का खुलासा—
यह मामला तब सामने आया जब कल्ब विश्व सेवा आश्रम नामक संस्था के नितीश मोहन ने निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना में शिकायत दर्ज करायी। संस्था के कार्य को आगे बढ़ाने के एवज में प्रति महीने पांच हजार की मांग की जा रही है। नितीश, रिश्वत नहीं देना चाहते थे। जहां उन्होंने यह मामला निगरानी विभाग के संज्ञान में लाया। शिकायत की पुष्टि के लिए निगरानी टीम के पंकज कुमार ने स्थल पर जाकर गुप्त तरीके से जांच की। जब जांच में शिकायत सही पाई गई,तब टीम ने ट्रैप ऑपरेशन के तहत दोनों आरोपी अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
भ्रष्टाचार पर लगातार कार्रवाई से जनता में विश्वास बढ़ा—-
इस वर्ष मधुबनी जिले में यह चौथी बड़ी कार्रवाई है। जहां रिश्वतखोरी के मामलों में अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले, 02 जुलाई को रहिका अंचल के सीओ अभय कुमार और नाजीर आदित्य कुमार को भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत अधिग्रहित भूमि की ‘रोक सूची’ से नाम हटाने के एवज में तीस हजार रुपये रिश्वत की राशि लेते हुए दबोचा था। इस मामले के शिकायतकर्ता राहुल कुमार ने इस बारे में निगरानी विभाग को सूचित किया था, जिसके बाद डीएसपी राजन प्रसाद सिंह के नेतृत्व में टीम ने कार्रवाई की थी। इसी प्रकार 27 अगस्त को उद्योग विभाग के कर्मचारी मोहम्मद मुसाहिद को 17,000 रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया था। वे ‘उद्योग मित्र’ के पद पर कार्यरत थे और साहरघाट थाना क्षेत्र के बसवरिया निवासी सुशील यादव से सिंचाई के लिए लघु उद्योग ऋण की अंतिम किस्त पास करवाने के लिए रिश्वत मांग रहे थे।