
बिहार
MADHUBANI:- सदर अस्पताल में व्यवस्था के बाद नदारद है सुविधा, एक बैड पर होता दो मरीजों का ईलाज, भीषण गर्मी में खराब पड़ा कैंट, कैसे मिलेगा ठंडा पानी
मधुबनी- 11 अप्रैल। स्वास्थ्य विभाग लाख कोषिष कर ले, परंतू मधुबनी सदर अस्पताल की व्यवस्था बदलने वाली नही है। अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों को अभी बैड पर चादर नही दी जाती है, तो एक ही बैड पर दो मरीजों को रखा जाता है। वहीं सदर अस्पताल परिसर में मरीजों एवं उनके मरीजनों को साफ पानी पीने के लिए कैंट लगाया गया, ताकि गर्मी के मौसम में साफ एवं ठंड पानी मिले। परंतू अस्पताल प्रषासन की लापरवाही के कारण पानी का कैंट गर्मी के मौसम में खराब पड़ा हुआ है। मंगलवार को सदर अस्पताल मधुबनी में एक ही बैड पर दो लोगों खून चढ़ाते देखा गया। जबकि दोनों मरीज अलग-अलग स्थानों से अपना इलाज कराने आकस्मिक विभाग में आए थे। एक मरीज जिले के खुटौना निवासी पिता सियाराम शरण का नौ वर्षीय मरीज सागर शरण ने कहा कि अस्पताल में बच्चे की इलाज कराने आए सदर अस्पताल जहाँ मेरे बच्चे को भर्ती कर रक्त चढ़ाया गया, कुछ ही देर में कलुआही प्रखण्ड के बेलाही गाँव निवासी 65 वर्षिय कामेश्वर झा को मेरे बच्चे के बगल में लेटाकर उन्हें भी चिकित्सक के द्वारा रक्त चढ़ाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी। हमने ऐतराज जताया, तो चिकित्सक ने साफ शब्दों में कहा कि इलाज कराने से मतलब रखिये। इस संदर्भ में जब आकस्मिक विभाग के चिकित्सक डाॅक्टर अरसद से पुछा गयाा, तो उन्होंने बताया कि आकस्मिक विभाग में सीट सिमित होती है, जहाँ अत्यधिक स्वास्थ्य खराब मरीजों की इलाज की जाती है। ज्यादा मरीज के आ जाने से बैड की कमी रहने पर वैकल्पिक व्यवस्था में एक ही बैड पर इलाज किया जाता है। इधर कोरोना को देखते राज्य सरकार अस्पतालों में बेहतर व्यवस्था का आदेष दे रही है। परंतू मधुबनी सदर अस्पताल में एक ही बैड पर दो मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। ऐसे हालात में संक्रमण से मरीजों को कैसे बचाया जा सकता है।



