
MADHUBANI:- मिनीगन फैक्ट्री के खुलासा से आलम बद्रोर्स व मुंगेर के राज कुमार चौधरी का नेटवर्क बेनकाब
मधुबनी- 11 जनवरी। खुटौना बाजार में अवैध मिनीगन फैक्ट्री का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। उक्त मिनीगन फैक्ट्री को परसाही पश्चिमी निवासी व वर्तमान में खुटौना बाजार के निवासी इस्तियाक आलम,इफ्तिकार आलम और इम्तियाज आलम संचालित कर रहे थे। तीनों स्वर्गीय अब्दुल रहमान के पुत्र हैं। करीब 50 साल पहले,अब्दुल रहमान साइकिल पर घूम-घूमकर गांवों में मशीनरी रिपेयरिंग का काम करते थे। समय के साथ उन्होंने अपनी आमदनी से खुटौना बाजार में जमीन खरीदी और श्रहमान लेथश् नाम से एक स्थायी मशीनरी दुकान खोली। यह दुकान क्षेत्र में अपनी विश्वसनीयता और गुणवत्तापूर्ण सेवा के लिए जानी जाती थी। लेकिन समय के साथ इस दुकान ने अवैध मिनी गन फैक्ट्री का रूप ले लिया। यहां अवैध हथियार बनाने का काम होने लगा, जो मुंगेर के कुख्यात राजकुमार चौधरी उर्फ बिरजू चैधरी के साथ मिलकर संचालित किया जा रहा था। राजकुमार चैधरी, जो अवैध हथियार निर्माण का माहिर माना जाता है, इस नेटवर्क का प्रमुख लिंक था। इस नेटवर्क का दूसरा केंद्र झांझपट्टी गांव में था। यहां तुलानंद साह के पुत्र राजू कुमार साह ने अपने घर में एक गन फैक्ट्री स्थापित कर ली थी। राजू, जो पिकअप वाहन चलाता था। राजकुमार चैधरी और आलम भाइयों के संपर्क में आकर इस अवैध कारोबार का हिस्सा बन गया। चैंकाने वाली बात यह है कि यह अवैध कारोबार लंबे समय से चल रहा था, लेकिन न तो पुलिस और न ही स्थानीय लोग इससे वाकिफ हो सके। श्रहमान लेथश् पर अक्सर पुलिस वाहन मरम्मत के लिए आते थे। परंतू फैक्ट्री में चल रही अवैध गतिविधियों पर किसी का ध्यान नहीं गया। पुलिस ने छापेमारी के दौरान अर्धनिर्मित पिस्तौल के 24 ढांचे,44 बैरल, तीन पिस्टल स्लाइडर,दो मिलिंग मशीन,एक लेथ मशीन,तीन ड्रिलिंग मशीन, दो ग्राइंडर मशीन और भारी मात्रा में हथियार बनाने की सामग्री बरामद की। साथ ही दो बाईक और पांच मोबाइल फोन भी जब्त किए गए। इस खुलासा के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। एसडीपीओ सुधीर कुमार ने बताया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस मामले की गहन जांच में जुटी हुई है और नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है। पुलिस को शक है कि इस अवैध गन फैक्ट्री का नेटवर्क नेपाल और अन्य राज्यों तक फैला हुआ है। यह भी संभावना है कि यहां बनाए गए हथियारों की तस्करी नेपाल के अपराधियों और तस्करों को की जाती थी। इस मामले के तह तक पहुंचने के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है। यह खुलासा न केवल प्रशासन के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक बड़ा झटका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए प्रशासन को अधिक सतर्कता बरतनी चाहिए।