मधुबनी- 13 मार्च। बिस्फी थाना क्षेत्र के भतौरा गांव के नन्हे पोखर में हुई दिलशाद उर्फ मुस्कान की हत्या मामले का पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है। पुलिस ने हत्याकांड में संलिप्त भतौरा गांव के सफी अहमद के पुत्र मो.फैजी, मोहिउद्दीन के पुत्र मो. सलामत और मो. हारून के पुत्र मो. रिजवान को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। कार्यालय प्रकोष्ठ में कांड का खुलासा करते हुए एसडीपीओ निशिकांत भारती ने बताया कि, भतौरा गांव के नन्हे पोखरा के निकट सात मार्च के सुबह खून और एक चप्पल देखा गया। जिसकी सूचना मिलते ही बिस्फी पुलिस मौके पर पहुँच कर छानबीन की और गोताखोर को बुलाकर तालाब की खाक छानी गयी। जहां तो एक शव बरामद हुआ। जिसकी शिनाख्त स्व सलाउद्दीन के 18 वर्षीय पुत्र दिलशाद उर्फ मुस्कान के रूप में हुई। तत्क्षण, मृतक के मां नसीमा खातून के द्वारा हत्याकांड दर्ज कराया गया। जिसमें तीन को नामजद किया गया। एसडीपीओ ने बताया कि, हत्याकांड के उद्भेदन के लिए एसपी के निर्देश पर एक एसआईटी का गठन किया गया। जिसमें बिस्फी एसएचओ अविनाश कुमार, दरोगा महादेव साहू, नीतू, जमादार हरेराम सिंह सहित पुलिस बल को लगाया गया। एसडीपीओ ने बताया कि, अनुसंधान के क्रम में फरार आरोपियों की खोजबीन की गई और इसी क्रम में मो. फैजी को गिरफ्तार किया गया। जिससे हुई पूछताछ के बाद कांड का खुलासा हो गया। एसडीपीओ ने बताया कि फैजी ने अपने दो अन्य सहयोगियों के साथ योजनाबद्ध तरीके से मृतक को नशापान करने के लिए नन्हे पोखरा पर बुलाया और दिलशाद के सिर और चेहरे पर टेंगारी से वार कर हत्या कर साक्ष्य को मिटाने के नियत से शव,मृतक का मोबाइल और हत्या में प्रयुक्त टेंगारी को तालाब में फेंक दिया। एसडीपीओ ने बताया कि मो. फैजी का आपराधिक इतिहास रहा है। उसके खिलाफ कमतौल थाना में प्राथमिकी दर्ज है।
