
MADHUBANI:- दो दिवसीय उच्चैठ कालिदास राजकीय महोत्सव का समापन
मधुबनी- 10 दिसंबर। पर्यटन विभाग एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में बेनीपट्टी प्रखंड क्षेत्र के उच्चैठ स्थित के.वी.एस कालेज परिसर में आयोजित उच्चैठ कालिदास महोत्सव का शनिवार को हास्य कवि सम्मेलन सह सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ समापन हो गया। महोत्सव के तीसरे सत्र हास्य कवि एहसान कुरैसी ने कवि,पदाधिकारी,पुलिस व पत्रकार के जीवन पर प्रकाश डालते हुए खुद चुटकी ली और जमकर व्यंग कसे। यहां तक कि दर्शकों को भी ताली बजाने में कंजूसी करने पर नही बक्शा। उन्होंने अपने हास्य रचनाओं के माध्यम से आमजन,नारी सशक्तिकरण,पुलिस,पत्रकार व अधिकारियों के कार्य शैली पर अपने हास्य व्यंग्य से जमकर चुटकी ली और श्रोताओं को हंसाकर लोट पोट कर दिया। कार्यक्रम में मिथिला रत्न कुंज बिहारी मिश्र ने हास्य व्यंग और मैथिली गीतों से देर रात तक समां बांधे रखा। वहीं गायिका सौम्या मिश्रा,सुप्रसिद्ध गायक माधव राय,भजन अरविंद सिंह सहित अन्य गायकों ने सुमधुर मैथिकी गीतों से श्रोताओं को बांधे रखा। तथा श्रोताओं की खूब वाहवाही बटोरी और मंत्रमुग्ध कर दिया। इन कलाकारों ने अपने चुटकुलें और हास्य रस के व्यंग वाण से आमजनों के अलावे सरकारी व्यवस्था,बड़े ऑफिसर,नेता,मंत्री सभी को निशाने बनाये। देर रात तक काव्य रस और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मिश्रित रसधारा बहती रही और दर्शक गोता लगाते रहे। वहीं राम,सीता,विद्यापति,महाकवि कालिदास के जीवनी पर आधारित लघु नाटिका के अलावे बिहार की लोक गीत,संस्कृति और लोक त्योहारों को समाहित कर करीब 30 मिनट की एक लघु नाटिका भी प्रस्तुत की गई। कुंज बिहारी मिश्र के सुमधुर मैथिल गीतों के साथ महोत्सव का समापन किया गया। कार्यक्रम में एक ओर जहां मिथिला रत्न कुंज बिहारी मिश्र सहित उनकी टीम ने भगवती गीत मैया दुर्गा अबियौ मोरा आंगन में,सुप्रसिद्ध मैथिली गायिका सौम्या मिश्रा ने एहन सुंदर मिथिला धाम दोसर पायब कौन ठाम दूल्हा-दुल्हिन सीताराम जनकपुर में आदि सुमधुर गीत गाकर उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं दूसरी ओर मैथिली गायन के सम्राट अरविंद सिंह ने हे मैया आहाँ बसै छी सिद्धपीठ उच्चैठ में ना आदि भगवती वंदना व अन्य मैथिली गीत की प्रस्तुति से दर्शकों में उत्साह का संचार कर दिया। ज्योति ठाकुर द्वारा विद्यापति की लोकभाषा में गाई गीत को श्रोताओं ने खूब सराहा। प्रसिद्ध मैथिली गायक माधव राय ने जहिया सं हमरा बिसरले गे मैया जिनगी भेलै सुनसान गे पर दर्शकों को झूमने को बाध्य कर दिया। वहीं हास्य कवि एहसान कुरेसी ने भी एक से बढ़कर एक हास्य कविताओं का पाठ कर दर्शकों को ठठाकर हसने को बाध्य कर दिया। देर रात तक हास्य कविता के पाठ पर दर्शकों को लोट पोट करते रहे। अंत में एसडीएम मनीषा ने सभी कलाकारों,आमजनो,अधिकारियों और कर्मियों को सफल आयोजन संपन्न कराने के लिए धन्यवाद दिया। तथा कलाकारों को सम्मानित किया।