
MADHUBANI:- अपराधी प्रवृति वाले असमाजिक तत्वों से डरी हुई है डीबी काॅलेज की छात्राऐं, डरी सहमी बोली, हम छात्राओं में डर है कि कालेज जाने के दौरान उनके साथ कहीं अभद्र व्यवहार ने हो जाए!
मधुबनी- 22 सितंबर। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के. पाठक के पहल पर विधालय एवं महाविधालयों में छात्र एवं छात्राओं की उपस्थिति बढ़ाने को लेकर पहल किया जा रहा है। जिसका बहुत हद तक सकारात्मक असर स्कूल एवं काॅलेज में दिख रहा है। वहीं दूसरी ओर काॅलेज में छात्र छात्राओं को विभिन्न तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जयनगर अनुमंडल मुख्यालय स्थित ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के अंगिभूत डीबी काॅलेज में लगभग आठ हजार छात्र-छात्राएं विभिन्न विषयों में नामांकित हैं। इन छात्राओं को आजकल एक नई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अपराधी प्रवृति वाले मनचले और बदमाशों द्वारा काॅलेज जाने वाली छात्राओं के साथ बदसलूकी एवं खुलेआम छेड़छाड़ किया जाता है। जिसका विरोध करने पर उक्त अपराधी प्रवृति वाले असमाजिक तत्वों द्वारा मारपीट कर उनके साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है। पिछले दिन घटित घटनाओं को लेकर काॅलेज जाने वाली छात्राएं डरी एवं सहमी हुई है। इन्हें यह समझ नहीं आ रहा है कि कालेज जाने के क्रम में अपराधी प्रवृति वाले असमाजिक तत्वों द्वारा कब और कहां हमला कर दे। काॅलेज में पढ़ने वाली दर्जनों छात्राओं ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि हम लोग के साथ अजीब स्थिति बनी हुई है। काॅलेज आने एवं जाने के क्रम में अपराधी प्रवृति वाले असमाजिक तत्वों द्वारा हमारे साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। वहीं दूसरी ओर काॅलेज नहीं आने पर काॅलेज प्रशासन के द्वारा षिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के. पाठक का हवाला देकर नाम काटने की धमकी दी जाती है। ऐसे परिस्थितियों से हम छात्राएं परेशान हैं। मालुम हो कि बीते दिनों कुछ स्थानीय अपराधियों के द्वारा काॅलेज में एनसीसी कैडर के साथ भयंकर मारपीट की घटना को अंजाम दिया था। जिसमें आधा दर्जन एनसीसी कैडर घायल हो गए थे। जिसे ईलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इससे पूर्व भी कई छात्रों के साथ मारपीट की घटनाएं हो चुकी है। लेकिन काॅलेज व स्थानीय प्रशासन के द्वारा कोई ठोस पहल नहीं किया गया। इस समस्या को लेकर काॅलेज प्रशासन के द्वारा दो बार स्थानीय अनुमंडल प्रशासन को पत्र भेजा जा चुका है। बावजूद इसके प्रशासन द्वारा छात्र एवं छात्राओं की उचित सुरक्षा हेतु कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। जिससे काॅलेज में पढ़ने वाले हजारों छात्र एवं छात्राओं के अलावे काॅलेज कर्मीयों में भारी आक्रोश व्याप्त है। बता दें कि काॅलेज के प्राचार्य डॉ नंद कुमार के द्वारा दिनांक 25 अगस्त एवं 15 सितंबर को अनुमंडल कार्यालय को इस संदर्भ में पत्र भेजा गया है। इधर अभिभावकों का कहना है कि हम लोग अजीब स्थिति में है। बच्चों को पढ़ने के लिए काॅलेज भेजेते है। परंतू अपराधी प्रवृति असमाजिक तत्वों द्वारा बच्चों के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है। अभिभावकों ने प्रशासन से अविलंब कार्रवाई की गुहार लगायी है।
क्या कहते हैं प्राचार्य व अधिकारी—
प्राचार्य डॉ. नंद कुमार ने बताया कि 25 से 4 अक्टूबर तक पुनः परीक्षा होने जा रहा है। प्रशासन को पत्र लिखकर सुरक्षा व्यवस्था बहाल करने की मांग की गई है। इस संदर्भ में पूछे जाने पर एसडीओ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि काॅलेज प्रशासन के द्वारा आवेदन दिया गया है। जिसे थाना को दिया गया। थानाध्यक्ष सह प्रशिक्षु डीएसपी आशुतोष रंजन ने बताया कि बीते दिनों के घटना मामले में दो लोगों का नाम बताया गया है। पुलिस कार्रवाई कर रही है। काॅलेज सुरक्षा को लेकर पुलिस द्वारा गश्ती कराई जा रही है।



