
MADHUBANI:- अतिरिक्त रेलवे लाईन नहीं होने से बढ़त रही परेशानी
मधुबनी- 30 जून। सीमावर्ती जयनगर रेलवे स्टेशन पर रैक प्वाइंट अतिरिक्त लाईन के आभाव में ट्रेन के डिब्बे को अन्य रेलवे स्टेशनों पर लगाना पड़ता है। हालांकि रेलवे स्टेशन के आसपास रेलवे की जमीन प्रयाप्त है। बाबजूद रेल प्रशासन अतिरिक्त ट्रैक नहीं बिछा पा रहे हैं। रेल यात्रियों की मानें तो रेल प्रशासन के द्वारा जयनगर रेलवे स्टेशन के आसपास रेलवे की खाली जमीन पर अतिरिक्त लाईन नहीं बिछाने के पीछे एक गहरी चाल माना जा रहा है। अतिरिक्त रेलवे लाईन होने पर ट्रेनों के डिब्बे को लगाने की सुविधा होने से स्थानीय लोगों के द्वारा अन्य शहरों के लिए नई ट्रेन चलाने की मांग करने लगेगें। यही कारण है कि रेल प्रशासन सब कुछ देखते हुए अतिरिक्त रेल लाईन नहीं बिछा रही है। बतादें कि सीमावर्ती जयनगर रेलवे स्टेशन पर वर्तमान में चार प्लेटफार्म से सप्ताहिक लगाकर 42 पैसेंजर एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन देश के विभिन्न शहरों के लिए होता है। जिसमें 15 एक्सप्रेस व सुपरफास्ट एक्सप्रेस एवं 6 पैसेंजर ट्रेन शामिल हैं। प्लेटफार्म की संख्या में कमी और ट्रेनों की अधिक संख्या के कारण चारों प्लेटफार्मो पर अधिक दबाव बना रहता है। ट्रेनों की अधिक संख्या और दबाव प्लेटफार्मो की संख्या में कमी से स्टेशन पर कार्यरत रेलवे कर्मी भी परेशान दिखते हैं। यही कारण है कि सप्ताह के तीन दिन रविवार, शुक्रवार एवं बुधवार को सप्ताहिक ट्रेनों के बढ़ते दबाव ने रेल कर्मी का निंद हराम कर देता है। यहीं कारण है कि इन तीन दिनों में कई ट्रेनें लेटलतीफ होती नजर आती है। रेलवे सूत्रों के अनुसार सीमावर्ती जयनगर रेलवे स्टेशन से देश के विभिन्न राज्यों के लिए कई एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन होती है। उक्त स्टेशन पर ट्रेनों का दबाव अधिक हैं। बावजूद रेल प्रशासन के द्वारा संसाधनों में कटौती की हुई है। सूत्रों ने बताया कि जयनगर रेलवे स्टेशन पर अतिरिक्त रेलवे लाईन नहीं होने के कारण कई ट्रेनें को लगाने के लिए पंडौल, मधुबनी, राजनगर या खजौली रेलवे स्टेशन भेजा जाता है। जिसमें जयनगर आनंद विहार गरीब रथ एक्सप्रेस, पूरी जयनगर एक्सप्रेस,भागलपुर जयनगर एक्सप्रेस एवं उदना जयनगर अन्त्योदय एक्सप्रेस शामिल हैं। गरीब रथ व अन्त्योदय एक्सप्रेस लंबी दूरी की सप्ताहिक ट्रेन है। जयनगर रेलवे स्टेशन पर अतिरिक्त रेलवे स्टेशन एवं लाईन के खाली नहीं रहने के कारण इन सभी ट्रेनों को लगाने के लिए विभिन्न स्टेशनों पर भेजा जाता है। रेलवे कर्मी की मांने तो जयनगर रेलवे स्टेशन के आसपास अतिरिक्त दो तीन रेल लाइन को अविलंब बिछा देना चाहिए। ताकि सभी ट्रेनों को जयनगर यार्ड में ही लगाया जा सके।