मधुबनी- 13 सितंबर। जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा ने जिला में डेंगू के प्रसार को रोकने,बचाव एवं उपचार को लेकर समाहरणालय में स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम एवं जनसंपर्क विभाग के पदाधिकारियो के साथ बैठक कर विस्तृत समीक्षा किया। जिलाधिकारी ने कहा कि जागरूकता अभियान से सकारात्मक स्वास्थ्य व्यवहारों को प्रोत्साहित कर आम जनता को डेंगू से बचाया जा सकता है, इसको लेकर जनसंपर्क,शिक्षा,स्वास्थ्य विभाग,नगर निकाय आपस मे समन्वय कर लगातार जागरूकता अभियान चलाए। समीक्षा के क्रम में सिविल सर्जन ने कहा कि डेंगू बुखार के क्लिनिकल प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय दिशा-निदेशों के अनुरूप सभी तरह की निरोधात्मक एवं सतर्कतामूलक कार्रवाई की जा रही है।। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो,सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, रेफरल अस्पतालों में रैपिड रिस्पॉन्स टीम सतत सक्रिय है। गाइडलाइन्स के अनुसार फॉगिंग एवं टेमीफॉस का नियमित छिड़काव किया जा रहा है। स्वास्थ्य प्रशिक्षकों द्वारा नगर निकायों में फॉगिंग का निरंतर पर्यवेक्षण कराया जा रहा है। डेंगू की पुष्टि होने पर मरीज के घरों के आस-पास एक्टिव सर्विलेंस करायी जा रही है, ताकि नये मरीजों की पहचान हो सके। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी भागीदार (स्टेकहोल्डर्स) यथा जिला प्रशासन,नगर निकाय, स्वास्थ्य विभाग,शिक्षा,पंचायती राज,ग्रामीण विकास, पीएचईडी आदि विभाग आपस में समन्वय स्थापित कर आवश्यक कार्रवाई करें। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी विभागीय दिशा-निदेशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करें। डेंगू बुखार के क्लिनिकल प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय दिशा-निदेशों के अनुरूप प्रतिबद्धता के साथ कार्य करें। आशाध्आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा डेंगू-प्रवण क्षेत्र में सघन अभियान चलायें। जनसमुदाय की सहभागिता सुनिश्चित करें। त्रि-स्तरीय पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकायों के जन-प्रतिनिधियों सहित सभी जन-प्रतिनिधियों से अनुरोध कर अभियान में उनका बहुमूल्य सहयोग प्राप्त करें। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ बिनोद कुमार झा ने बताया कि अभी तक डेंगू से प्रभावित मरीजों की प्रतिवेदित संख्या मात्र चार है। उन्होंने कहा कि डेंगू के सम्पुष्ट मरीज के आस-पास 500 मीटर रेडियस में तुरंत टेक्निकल मालाथियोन की फॉगिंग करायी जा रही है। उन्होंने कहा कि फागिंग एवं टेमीफॉस का नियमित छिड़काव किया जा रहा है। आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा डेंगू मरीज के क्षेत्र में एक्टिव सर्विलान्स कराने को निर्देशित किया गया है। समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने कहा कि बरसात के कारण डेंगू ज्वर का प्रसार होने की संभावना रहती है। छात्र-छात्राओं को डेंगू के प्रकोप से बचाना अत्यंत आवश्यक है। सभी विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में हेल्थ एडवायजरी भेजे साथ ही इसका अनुपालन सुनिश्चित करवाये। विद्यार्थियों को पूरे शरीर को ढ़कने वाले कपड़े,ड्रेस का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। शैक्षणिक संस्थानों में साफ-सफाई की उत्कृष्ट स्थिति सुनिश्चित की जाए। नालों में पर्याप्त मात्रा में एन्टी लार्वा रसायन (टेमीफॉस) का नियमित छिड़काव करें। जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि सभी पीएचसी में फॉगिंग मशीन का अविलम्ब क्रय करे। नगर आयुक्त ने बताया कि एंटी लारवा छिड़काव हेतु आठ दल का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि सांध्यकालीन एन्टी डेंगू छिड़काव फॉगिंग की जा रही है, जिसका और भी विस्तार किया जाएगा। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि घरों के अंदर गमलों,कूलर आदि में पानी जमा नही हो इसका भी प्रचार प्रसार करें। उन्होंने का की आशा का उन्मुखीकरण कर डेंगू बुखार के संबंध में सतर्क एवं जागरूक किया जाए, ताकि मरीजों की पहचान कर ससमय उपचार सुनिश्चित किया जा सके।