मधुबनी- 10 अक्टूबर। बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन के तत्वधान में आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिकाओं ने मंगलवार को रहिका बाल विकास परियोजना कार्यालय परिसर पर धरना दिया। धरना को संबोधित करते हुए प्रखंड अध्यक्ष मीना कुमारी ने कहा कि, अब सेविका-सहायिका सरकार के गलत नीतियों को बर्दाश्त नहीं करेगी। इस बार आर पार की लड़ाई होगी। जिसमें यूनियन के सभी साथी एकजुट है।
जबकि बीबी होमा ने कहा कि सरकार खुद के श्रम विभाग के आदेश का पालन नहीं कर कम पैसों में कार्य करा रही है। इसके विरोध में आगामी 29 अक्टूबर से सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर ताला लटकेगी। शोषण अब बर्दास्त नहीं होगी। उनके मांग पर अब सरकार को यथोचित विचार कर मान लेना चाहिए। अन्य वक्ताओं ने इस धरना को जायज बताते हुए सरकार से इनके पांच सूत्री मांग को मान लेने की अपील की। उन मांगों में केन्द्र सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारी का दर्जा देते हुए ग्रेड-सी एवं ग्रेड-डी में समायोजित करने और जबतक सरकारी कर्मी में समायोजन न हो जाए तबतक सेविका को 25 हजार और सहायिका को 18 हजार मानदेय दी जाए। सुप्रीम कोर्ट के आदेष के आलोक में बिहार में भी ग्रेच्यूटि भुगतान हो,बिहार सरकार द्वारा अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दस हजार सुनिश्चित करने,योग्य सहायिका से सेविका बहाली के लिए 10 बोनस अंक देने का प्रावधान को लागू करने, पर्यवेक्षिका एवं सेविका- सहायिका के रिक्त सभी पदों पर अविलंब बहाली सुनिश्चित करने एवं 16 मई 2017 और 20 जूलाई 2022 के समझौते के आलोक में लंबित मांगों को लागू करने आदि शामिल है। धरना को महामंत्री पुनम कुमारी,अनिता देवी,चन्दा मिश्रा,राजिया नसरीन, ज्योति कुमारी,पूनम देवी,तलअत महजबी,निलम देवी,साहेदा प्रवीण,मेहरून निशां,नाहेदा प्रवीण,ममता कुमारी आदि ने भी सम्बोधित किया।