
MADHUBANI में एदारा-ए-शरिया के तत्वधान में तहरीक-ए-बेदारी कांफ्रेंस का आयोजन, मौके पर बोले पूर्व सांसद गुलाम रसूल बलियावी, कहा- देश में बने मुस्लिम सेफ्टी कानून
मधुबनी-05 दिसंबर। केन्द्र एवं राज्य सरकार आदिवासी एक्ट व दलित एक्ट की तरह देश में मुस्लिम सेफ्टी एक्ट बनाये। उक्त बातें जिला मुख्यालय स्थित मंगरौनी गांव में एदारा-ए-शरिया के तत्वधान में आयोजित तहरीक-ए-बेदारी कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए एदारा-ए-शरिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद मौलाना गुलाम रसूल बलियावी ने कहा। उन्होने कहा कि इस कांफ्रेंस के आयोजन का सिर्फ एक ही मकसद है कि अब हमें अपने हक और अधिकार की लड़ाई के लिए आगे आना होगा। मौलाना बलियावी ने कहा कि देश में माॅबलिंचिंग के नाम पर लोगों को मारा जा रहा है, वह बंद होना चाहिए। केन्द्र सरकार इसके लिए भी देष में कानून बानाये। उन्होने कहा कि हमारे नबी सहित अन्य धर्मा के महानगुरूओं पर गलत बयानबाजी करने वाले लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज हो। मौलाना कहा कि शिक्षा के मामले में मुस्लिम समाज अभी भी कमजोर है। तथा गरीब मुस्लिम परिवार चाहकर भी अपने बच्चों को अच्छी तालीम नही दे पाते हैं। इसके लिए सरकार दलित एवं ओबीसी के तरह मुस्लिम बच्चों के लिए आवासी विधालय कोचिंग युक्त बनाये, ताकि मुस्लिम बच्चें भी सिविल सर्विस की तैयारी करके अधिकारी बन सके। उन्होने कहा कि मुस्लिम समाज का हेंडलुम उद्योग था वह भी बंद है। उसे फिर सरकार खोलवाऐ और सब्सीडी दे, ताकि मुस्लिम बच्चे जो बेरोजगार है, वह अपना कारोबार चलाकर अपने परिवार और देश की सेवा कर सके। मौलाना बलियावी ने कहा कि बिहार में 2459 मदरसा पास है, मगर उन्हे सरकार अनुदान नही दे रही है। उन मदरसों को सरकार अनुदान दे, ताकि मदरसों में बहाल शिक्षकों को समय पर वेतन मिल सके।
मौलाना बलियावी ने दहेज प्रथा को लेकर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि आज हमारी कौम और मिल्लत के लोगों ने शादियों में फिजूल खचीं और निकाह को महंगा बना दिया है। उन्होंने दहेज डिमांड जैसी समाजिक कुरितियां के अलावे शादी एवं अन्य पार्टियों में डीजे,नाच,दहेज व नकदी को बंद करने के लिए सभी से अपील करते हुए कहा कि हमें इन सभी समाजिक कुरितियों को बंद करना चाहिए। उन्होंने मौजूद सभी लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि देहज मुक्त शादी सिर्फ हम ओलमा की ही नहीं, बल्कि पूरे कौम व मिल्लत की अहम जिम्मेदारी है। कांफ्रेंस को एदार-ए-शरीया झारखंड के नाजिमे आला मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी,मौलाना सैफुल्लाह,मौलाना जमाल अनवर,मुफ्ती गुलाम हुसैन,मौलाना अहसन रजा,मुफ्ती अवैस रजा मिस्बाही, मौलाना बेलाल अहमद आदि ने सम्बोधित किया। मौके पर नगर निगम के डिप्टी मेयर अमानुल्लाह खान,गुफरान शाहीन,समीतुल्लाह खान उर्फ झून्ना खान, गुलाम मोहम्मद अंसारी,मो.यहया सहित भारी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग उपस्थित थे।