मधुबनी- 24 सितंबर। जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिले में बाल विकास परियोजना की समस्त गतिविधियों की समीक्षा बैठक आहूत हुई। बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने सबसे पहले जिले की नई और पुरानी सभी रिक्तियों को जल्द से जल्द भरे जाने के निर्देश दिए। कुछ सीडीपीओ ने शिकायत की कि पूर्व के लेडीज सुपरवाइजर द्वारा पूर्व में रिक्तियों से सबंधित कागजात की जानकारी नहीं दी जा रही है।
जिलाधिकारी ने इस पर सख्त आपत्ति जताते हुए निर्देश दिया कि यदि वे कार्य संपादित करने में असहयोग करती हैं, तो उनके विरोध प्राथमिकी तक दर्ज कराई जाए। उन्होंने सभी सीडीपीओ से विगत दिनों हुई आम सभा की जानकारी भी मांगी। इसके अतिरिक्त उनके द्वारा आगनवाड़ी केंद्रों पर शौचालय एवं पेयजल की उपलब्धता की समीक्षा भी की गई। उन्होंने पोषाहार और टेक होम राशन की समीक्षा भी की और निर्देश दिया कि सभी टैग किए गए आंगनवाड़ी केंद्रों पर पोषाहार एवं टेक होम राशन के संबंध में विभाग से मार्गदर्शन प्राप्त करें। उन्होंने आधार सीडिंग के काम में और भी तेजी लाने को कहा। समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी अतिकुपोषित बच्चों को लेकर खासे संजीदा दिखे। उन्होंने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि जनहित को देखते हुए कहीं भी इस श्रेणी का बच्चा पाया जाता है, तो उसे अविलंब एनआरसी में रखने की व्यवस्था की जाए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जिले के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में प्रत्येक सप्ताह के मंगलवार एवं शनिवार को प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना का शिविर अचूक रूप से आयोजित किए जाएं। बैठक के दौरान प्रभारी जिला प्रोग्राम पदाधिकारी शोभा रानी सहित जिले के सभी प्रखंडों की सीडीपीओ और लेडीज सुपरवाइजर उपस्थित थी।