
KOLKATA:- न्यायिक नियुक्ति में भी भ्रष्टाचार, हाईकोर्ट में याचिका
कोलकाता- 14 जून। पश्चिम बंगाल में शिक्षकों की नियुक्ति में भ्रष्टाचार के बाद अब न्यायिक नियुक्ति में भी भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। आरोप है कि न्यायालय के कार्यों के लिए फोर्थ ग्रेड के कर्मचारियों की नियुक्ति में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है। इसे लेकर मंगलवार को कलकत्ता हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका लगाई गई है जिस पर बुधवार को सुनवाई होनी है। याचिकाकर्ता का नाम मौयाज अशरफ है। उन्होंने मांग की है कि विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर घटना की जांच होनी चाहिए।
उन्होंने बताया कि पश्चिम बर्दवान जिला न्यायालय में कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए 2019 की 21 फरवरी को विज्ञप्ति जारी हुई थी। रिक्रूटमेंट एग्जामिनेशन के जरिए नियुक्ति होनी थी। उसके बाद कोरोना की वजह से परीक्षा नहीं हो पाई थी और इस साल यानी 2022 की 20 फरवरी को नियुक्ति परीक्षा हुई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि लिखित परीक्षा में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। दूसरे परीक्षार्थियों की जगह पर बैठकर दूसरे लोगों ने परीक्षा दी है। पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने इसी मामले में न्यायालय से हस्तक्षेप की मांग की है। याचिकाकर्ता ने दावा किया है कि प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों और राजनीतिक तौर पर प्रभावशाली लोगों की मिलीभगत से परीक्षा में धांधली हुई है।



