बिहार

JDU नेता के घर हथियारों का जखीरा रखने के मामले में मुखिया सहित 3 गिरफ्तार

नवादा- 8 मई। नवादा के जदयू नेता मंजूर आलम के घर हथियार का जखीरा रखकर फंसाने के मामले में वर्तमान नरहट के मुखिया सहित 3 को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी का खुलासा नवादा एसपी ने सोमवार को प्रेस वार्ता कर किया है। नवादा एसपी अम्बरीष राहुल ने बताया कि 24 अप्रैल को मंजूर आलम के घर के बगीचा से भारी मात्रा में हथियार का जखीरा बरामद किया गया था। मामला में मंजूर आलम को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया था। जिसके बाद पुलिस ने मामला की जांच की तो इस मामला में मुखिया सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बताया जाता है कि नरहट के रहने वाले मोहम्मद कैसर आलम के पुत्र व नरहट के मुखिया एहतेशाम कैसर उर्फ गुड्डू मुखिया, बुंदेलखंड के गोरे उर्फ राजेश कुमार, नरहट के प्रमोद राजवंशी को गिरफ्तार किया गया है। वहीं इस मामले में एक अभियुक्त अभी भी फरार है।

उल्लेखनीय है कि जनता दल यूनाइटेड के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष मंजूर आलम के घर में हथियार रख कर फंसाने की कोशिश की गई थी लेकिन इस मामले में मुखिया नाकाम हुए और पुलिस ने जांच के दौरान मुखिया को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, 24 अप्रैल को जदयू नेता मंजूर आलम के घर से एक देसी राइफल, एक कार्बाइन एक पिस्टल चार देसी कट्टा 198 जिंदा कारतूस एवं 5 सुतली बम बरामद किया गया था। जिसके बाद नवादा एसपी ने इस मामले में एक टीम का गठन किया। टीम के द्वारा इस मामले की जांच के दौरान यह बात सामने आई कि इस पूरे हथियार रखने के मामले में गुड्डू मुखिया का हाथ शामिल है। जिसके बाद पुलिस ने गुड्डू से गिरफ्तार कर पूछताछ की तो गुड्डू ने मामला का खुलासा कर दिया है।

एसपी ने दी जानकारी—

नवादा एसपी अम्बरीष राहुल ने कहा कि मो. एहतशाम कैसर उर्फ गुड्डु को ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मंजूर आलम उसे बहुत परेशान करता है। उसके खिलाफ कई जगह आवेदन देता है एवं उसका पासपोर्ट भी रद्द करा दिया। उसे यह भी लग रहा था कि मंजूर आलम उसकी हत्या करा सकता है। इसलिए उसने अपने सहयोगी मो इमरान एवं गोरे उर्फ राजेश साथ मिलकर मंजुर आलम को गिरफ्तार करवाने की योजना अपने होटल किंग्स पैलेस में बनाई। योजना के अनुसार मो0 इमरान को हथियार का इंतेजाम करना था। इसके लिए गुड्डु ने उसे 25 हजार रूपया उपलब्ध कराया।

योजनानुसार अगले दिन मो. इमरान बोरा में हथियार लेकर गुड्डु के घर पहुंचा और हथियार वहां छुपा दिया। घटनास्थल पर इनका साथी गोरे भी मौजूद था। ये सभी रात होने का इंतजार करने लगे। 23 अप्रैल की रात के लगभग 12 बजे गुड्डु के द्वारा अपने यहाँ काम करने वाले प्रमोद राजवंशी को निर्देशित किया गया कि वह इमरान को मंजुर का हाता दिखा दे और हथियार रखने में उसका सहयोग करे। मो० इमरान और प्रमोद राजवंशी दोनों हथियार लेकर मंजुर आलम के होता के बाहरी दीवाल को लांघ कर अंदर घुसे और वहाँ एक कमरें में सभी हथियार रख दिया था। हथियार रखने के बाद गोरे उर्फ राजेश के द्वारा पुलिस को इस संबंध में सूचना दी गयी, जिसके द्वारा छापेमारी करने पर हथियारों की बरामदगी की।

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