
पश्चिम बंगाल और झारखंड में ED की ताबड़तोड़ छापेमारी, कोयला तस्करी मामले में कई ठिकानों पर तलाशी
कोलकाता- 21 नवम्बर। करोड़ों रुपये के कोयला तस्करी कांड की जांच को तेज करते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल और पड़ोसी राज्य झारखंड के कई जिलों में व्यापक पैमाने पर छापेमारी अभियान चलाया। यह कार्रवाई लंबे समय से क्षेत्र के कोयला क्षेत्रों पर छाई आशंकाओं को नए सिरे से उजागर करती है।
तड़के शुरू हुए इस अभियान में कोलकाता के व्यस्त इलाकों से लेकर आसनसोल और धनबाद की कोयला पट्टियों तक ईडी की कई टीमें केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के साथ पहुंचीं। अधिकारी खामोशी से घरों के दरवाजे खटखटाते दिखे, वहीं कई ठिकानों पर दफ्तरों और संपत्तियों की बारीकी से तलाशी ली गई जो कोयला कारोबार से जुड़े व्यापारियों, ठेकेदारों और कारोबारियों के नाम पर हैं।
सूत्रों के अनुसार कार्रवाई का दायरा काफी बड़ा है और कम से कम 20 स्थानों पर एकसाथ तलाशी जारी है। पश्चिम बंगाल में जांच का दायरा साल्ट लेक के पॉश इलाकों से लेकर हावड़ा के औद्योगिक क्षेत्रों और पश्चिम बर्दवान के कोयला–समृद्ध इलाकों तक फैला हुआ है।
सबसे प्रमुख जिन ठिकानों पर छापेमारी हुई है, उनमें आसनसोल स्थित भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) से जुड़े एक हाई–प्रोफाइल ठेकेदार का कार्यालय और आवास शामिल हैं। ईडी को शक है कि कोयले के परिवहन, आवंटन और अवैध खनन से जुड़े वित्तीय लेनदेन की महत्वपूर्ण कड़ियां इन्हीं ठिकानों से जुड़ी हो सकती हैं।
अधिकारियों ने कई ठिकानों से दस्तावेज, डिजिटल रिकॉर्ड और लेनदेन से जुड़े कागजात कब्जे में लिए हैं। तलाशी के दौरान कई स्थानों पर स्थानीय पुलिस को इलाके की सुरक्षा प्रबंधन में लगाया गया।
जांच एजेंसी का यह ताजा कदम कोयला तस्करी मामले में संभावित बड़े वित्तीय नेटवर्क को उजागर करने की दिशा में अहम माना जा रहा है। उल्लेखनीय है कि कोयला चोरी और तस्करी के मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी पर आरोप हैं। केंद्रीय एजेंसी उनसे कई दफे पूछताछ भी कर चुकी है।



