
CM नीतीश ने शराबबंदी को लेकर की उच्च स्तरीय बैठक, कहा-बिहार में बच न पाए शराब का कोई धंधेबाज
पटना-09 फरवरी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को प्रदेश की विधि व्यवस्था और मद्य निषेध के क्रियान्वयन से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजधानी पटना में शराबबंदी के क्रियान्वयन पर विशेष नजर रखें। गड़बड़ी करने वालों को चिन्हित कर उन पर कार्रवाई करें। जहरीली शराब की रोकथाम के लिए भी जिलाधिकारी विशेष चौकसी बरतें। इसमें लिप्त लोगों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई करें।
उन्होंने कहा कि ड्रोन, मोटर बोट, स्वान दस्ता एवं आधुनिक तकनीकों का प्रयोग कर सघन छापेमारी कार्य को योजनाबद्ध ढंग से अंजाम देते रहें ताकि कोई भी धंधेबाज बच नहीं पाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब्त शराब के विनष्टीकरण के लिए तेजी से काम करें। विशेष लोक अभियोजकों के कार्यों की समीक्षा करें और शिथिलता बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई करें।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के लोगों की मानसिकता अच्छी है, सीमित लोग गड़बड़ी करने वाले हैं उन पर विशेष नजर रखें ताकि वो किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं कर पाएं। सीएम ने कहा कि शराबबंदी से बिहार के लोगों को काफी फायदा हो रहा है। राज्य में शराबबंदी के बाद दूध,सब्जी,मिठाई,फल आदि चीजों की खपत बढ़ी है। उन्होंने कहा कि नीरा उपयोगी है इसे प्रचारित करें तथा इसके उत्पादन को बढ़ाने के लिए तेजी से काम करें।
इससे पहले बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक मुख्यालय ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से गश्ती वाहन,पैदल गश्ती,क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला का निर्माण कार्य,स्पीडी ट्रायल में तेजी,भूमि विवाद निपटारा,कब्रिस्तान की घेराबंदी आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
अपर पुलिस महानिदेशक विशेष शाखा ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी-पोस्ट पर कार्रवाई,सांप्रदायिक घटनाओं पर नियंत्रण, साइबर क्राइम पर कार्रवाई आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।अपर पुलिस महानिदेशक विधि व्यवस्था ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से भूमि विवाद के निपटारे के लिए बैठकों की कार्रवाई, अनुसंधान कार्य, पिछले दिनों आपराधिक घटनाओं की जांच की प्रगति रिपोर्ट आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
बैठक में मद्य निषेध,उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से शराब के धंधों में लिप्त लोगों के यहां छापेमारी,गिरफ्तारी,वाहन जब्ती,शराब की जब्ती, शराब विनष्टीकरण, ड्रोन,मोटर बोट,स्वान दस्ता आदि के माध्यम से छापेमारी अभियान, कॉल सेंटर में आने वाले कॉलों को लेकर हो रही कार्रवाई, जहरीली शराब से होने वाली मृत्यु को लेकर दोषियों पर कार्रवाई आदि के संबंध में जानकारी दी।



