
बिहार में तीन नए विभागों का गठन, मंत्रिमंडल ने दी मंजूरी, युवाओं को नौकरी देने के वादे की दिशा में बड़ा कदम
पटना- 09 दिसंबर। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार शाम हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में तीन नए विभागों के गठन को मंजूरी दे दी गई। यह फैसला युवाओं को रोजगार, उच्च शिक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने तथा राज्य में विमानन क्षेत्र के विस्तार को गति देने के उद्देश्य से लिया गया है।
बिहार सरकार ने युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए युवा रोजगार एवं कौशल विकास विभाग, बेहतर शिक्षा के लिए उच्च शिक्षा विभाग और विमानन की संभावनाओं को और विस्तृत करने तथा वायु यातायात को सुगम करने के उद्देश्य से सिविल विमानन विभाग का गठन किया है।
बिहार की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार इसके जरिए अपने उस वादे को पूरा करने जा रही है, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के युवाओं से चुनाव के दौरान वादा किया था कि अगर सरकार बनी तो अगले पांच साल के भीतर 1 करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा।
नए बनाए गए विभागों में युवा रोजगार एवं कौशल विकास विभाग, उच्च शिक्षा विभाग तथा सिविल विमानन विभाग शामिल हैं।
राज्य सरकार का मानना है कि युवाओं के लिए रोजगार व कौशल प्रशिक्षण और उच्च शिक्षा को सुव्यवस्थित तरीके से विकसित करने के लिए अलग विभागों की आवश्यकता थी। यह कदम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उस चुनावी वादे के तहत उठाया गया है, जिसमें उन्होंने अगले पांच वर्षों में एक करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार उपलब्ध कराने की घोषणा की थी।
कैबिनेट बैठक के बाद अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी ने बताया कि वर्तमान में 45 विभाग कार्यरत हैं, लेकिन सरकारी जिम्मेदारियों और योजनाओं में तेजी के कारण तीन नए विभागों का गठन जरूरी हो गया था।
उन्होंने बताया कि युवाओं को कौशल प्रशिक्षण और रोजगार उपलब्ध कराने के लिए युवा रोजगार एवं कौशल विकास विभाग बनाया गया है। उच्च शिक्षा व्यवस्था को गुणवत्ता आधारित बनाने के लिए उच्च शिक्षा विभाग गठित किया गया है। राज्य में एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने, हवाई सेवाओं में सुधार और विमानन संबंधी योजनाओं के विस्तार के लिए सिविल विमानन विभाग की स्थापना की गई है।
इसके साथ ही तीन मौजूदा विभागों के नाम में भी बदलाव किया गया है। पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग का नाम अब डेयरी, मत्स्य एवं पशु संसाधन विभाग होगा। श्रम संसाधन विभाग का नया नाम श्रम संसाधन एवं प्रवासी श्रमिक कल्याण विभाग रखा गया है। कला, संस्कृति एवं युवा विभाग का नाम बदलकर कला एवं संस्कृति विभाग किया गया है।
सरकार का दावा है कि यह पुनर्गठन राज्य में बेहतर प्रशासन, शिक्षा, रोजगार संभावनाओं और हवाई सेवाओं के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।



