
BIHAR:- 35 हजार बच्चों को इंजीनियर और डॉक्टर बनाने वाले मेंटर्स एडुसर्व ने पूरे किए 11 साल
पटना- 04 अप्रैल। पूर्वोत्तर भारत में आईआईटी और मेडिकल की तैयारी कराने वाला अग्रणी कोचिंग संस्थान मेंटर्स एडुसर्व ने सफलता के 11 साल पूरे कर लिए। 03 अप्रैल 2011 को इस संस्थान की स्थापना हुई थी। साल पूरा होने पर संस्थान में कार्यक्रम आयोजित किया गया। तथा धूमधाम से वर्षगांठ मनाया गया।
इस अवसर पर संस्थान के निदेशक और संस्थापक आनंद कुमार जायसवाल ने शिक्षकों और कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि 11 वर्षों में मेंटर्स एंडुसर्व आम से लेकर खास वर्ग का संस्थान बन चुका है। यह सब आप लोगों के ही बदौलत हुआ। पूर्वोत्तर
भारत में मेंटर्स एडुसर्व हर वर्ष सबसे ज्यादा रिजल्ट दे रहा है। आईआईटी और मेडिकल में तो हमारे विद्यार्थी झंडा गाड़ हो रहे हैं, विभिन्न बोर्ड की परीक्षाओं में भी हर बार बेहतरीन रैंक हासिल कर रहे हैं। एनटीएसई एवं विभिन्न ओलंपियाड में भी मेंटर्स एडुसर्व के विद्यार्थी लगातार सफल हो रहे हैं और बेहतरीन रैंक पा रहे हैं। पिछले 11 वर्षों में हमने करीब 05 हजार विद्यार्थी को आईआईटीयन बनने का सपना साकार किया है। इसी 20 हजार विद्यार्थी एनआईटी और देश के दूसरे श्रेष्ठ इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिला पाए है। हमलोगों के संस्थान में पड़ा विद्यार्थी आज दुनिया के विभिन्न देशों में सेवा दे रहा है। इसी तरह हमलोगों के संस्थान में पढ़े 10 हजार से ज्यादा बच्चे मेडिकल प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं। उनमें कई डॉक्टर भी बन चुके हैं। मेंटर्स एडुसर्य में तैयारी करने वाले विद्यार्थी एम्स और मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में दाखिला पा चुके हैं। यह सब आप लोगों की बदौलत हुआ है। हमलोगों कम स्वर्च में बिहार जैसे थोड़े पिछडे राज्य में बच्चों के सपने को साकार कर रहे हैं। हमलोग गरीब परिवार के बच्चों को भी आई.आई.टी और एम.बी.बी.एस में दाखिला दिलाने में सहयोगी बन रहे हैं। यह हमलोगों के लिए सौभाग्य की बात है।
आनंद कुमार जायसवाल ने कहा कि हमलोगों का अगला लक्ष्य बिहार और झारखंड की तरह देश के दूसरे राज्यों के बच्चों के सपनों को साकार करना होना चाहिए। इसके लिए संस्थान प्रबंधन ने देश के दूसरे राज्यों में भी मेंटर्स एडुसर्व का ब्रांच और स्टडी सेंटर खोलने का फैसला लिया है। जल्द ही इसे कार्य रूप दे दिया जाएगा।
गौरतलब है कि मेटर्स एडुसर्व का बिहार और झारखंड में 05 ब्रांच एवं 09 स्टडी सेंटर्स हैं,जहां लगभग 10 हजार बच्चे आईआईटी और मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। इस कोचिंग में अबतक एक लाख बच्चे पढ़ चुके हैं।



