मधुबनी- 06 जून। नई दिल्ली से जयनगर को आने वाली ट्रेन नंबर 12562 स्वतंत्रता सेनानी सुपर फास्ट एक्सप्रेस के फस्ट एसी क्लास डिब्बे में यात्रा कर रहे फर्जी एडीआरएम को गिरफ्तार किया गया। जयनगर रेलवे स्टेशन के मुख्य टिकट निरीक्षक मोबाइल सीटीटीआई अर्जुन कुमार राउत के तत्परता से फर्जी एडीआरएम को गुरुवार की देर शाम आरपीएफ के सहयोग से ट्रेन के दरभंगा पहुंचने पर गिरफ्तार किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार ट्रेन के समस्तीपुर पहुंचने पर आन ड्यूटी तैनात टिकट कंडक्टर द्वारा टिकत दिखाने की मांग कर एपी फस्ट क्लास डिब्बे में बैठा एक व्यक्ति खुद को आलोक कुमार झा एडीआरएम समस्तीपुर मंडल का बता रहा था। सिनियर अधिकारी होने के कारण टिकट कंडक्टर द्वारा सम्मान करते हुए कुछ नहीं कहा। समस्तीपुर स्टेशन से ट्रेन के प्रस्थान करने के क्रम में मुख्य टिकट निरीक्षक मोबाइल जयनगर के इंचार्ज सीटीटीआई अर्जुन कुमार राउत ने उक्त ट्रेन के एसी डिब्बे का निरीक्षण कर रहे थे। इसी क्रम में टिकट कंडक्टर सीटीटीआई संजय कुमार के द्वारा बताया गया कि एसी फस्ट क्लास डिब्बे में मंडल के एडीआरएम आलोक कुमार झा यात्रा कर रहे हैं। सीटीटीआई अर्जुन कुमार राउत ने फस्ट क्लास डिब्बे में बैठा व्यक्ति से परिचय और टिकट की जांच करने पर खुद को एसडीआरएफ समस्तीपुर बताया। जयनगर के सीटीटीआई ने मंडल के एडीआरएम के चेहरा को पहचानते थें। इस लिए आन ड्यूटी तैनात टिकट कंडक्टर से कहा कि ये व्यक्ति फर्जी है।उन्होंने इसकी जानकारी एसीएम टिकट जांच राजेश कुमार को फोन से दिया। एसीएम ने मामलें की जानकारी मंडल के सिनियर डीसीएम अनन्या स्मृति को मोबाइल पर देने के बाद रेलवे के प्रशासनिक महकमा सक्रिय हो गया। जयनगर के मुख्य टिकट निरीक्षक मोबाइल सीटीटीआई अर्जुन कुमार राउत के तत्परता से खुद को एडीआरएम बता रहे व्यक्ति को दरभंगा आरपीएफ इंस्पेक्टर पोखराज मीणा एवं सीटीटीआई चंदेश्वर राय के सहयोग से ट्रेन के दरभंगा पहुंचने पर गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान मधुबनी जिले के सकरी थाना क्षेत्र के मोहन बढ़ियाम निवासी दुर्गा कांत चोधरी बताया गया है। बताया गया है कि गिरफ्तार व्यक्ति समस्तीपुर से सकरी तक की यात्रा कर रहे थे। पूर्व में भी कई बार रेल कर्मीयों को धोखा देकर रेलवे का अधिकारी बताकर यात्रा किया है।
