
BIHAR:- प्रधान न्यायाधीश पर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग को लेकर धरना
खगड़िया- 09 फरवरी। बिहार रक्षा वाहिनी स्वयंसेवक संघ जिला शाखा खगड़िया के बैनर तले होम गार्ड के जवानों ने परिवार न्यायालय खगड़िया के प्रधान न्यायाधीश पर प्राथमिकी दर्ज करने सहित तीन सूत्री मांगों को लेकर बुधवार को समाहरणालय के सामने एक दिवसीय धरना दिया। होम गार्ड के जवानों ने अपने साथी जवान वीरेंद्र सिंह पर जानलेवा हमले के आरोप में प्रधान न्यायाधीश राजकुमार और उनकी पत्नी पर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग से संबंधित तख्ती लगाकर नारे लगाए। बाद में संघ की जिला पदाधिकारी को मांगों का ज्ञापन सौंपा गया जिसमें प्रधान न्यायाधीश और उनकी पत्नी पर प्राथमिकी दर्ज करने के अलावा गृह रक्षक धीरेंद्र कुमार सिंह के इलाज का पूरा खर्चा देने और अपराधी की गिरफ्तारी की मांग की गई है। ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि प्रधान न्यायाधीश अपने आवास पर तैनात भी रक्षकों से घरेलू कार्य कराते थे और कार्य नहीं करने पर गिरे रक्षक के साथ मारपीट की गई और उन्हें ईट से मार मार कर बेहोश कर दिया गया। शिक्षक वीरेंद्र सिंह के साथ 1 फरवरी की सुबह घटना हुई और उसके बाद से ही वह आईसीयू में बेहोश पड़े हैं।
उल्लेखनीय है कि खगड़िया परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश राजकुमार के आवेदन पर खगड़िया मुफस्सिल थाना में प्राथमिकी संख्या 85/22 दर्ज किया गया है जिसमें गृह रक्षक वीरेंद्र सिंह पर प्रधान न्यायाधीश के साथ गाली गलौज करने एवं मना करने पर प्राय फलतान देने का आरोप लगाया गया है। एसपी ने इस पूरे मामले की जांच के लिए 3 सदस्य जांच कमेटी का गठन किया था जिसमें गृह रक्षक कमांडेंट के अलावा डीएसपी और एडीएम शामिल थे। इस बीच माननीय पटना उच्च न्यायालय ने 8 फरवरी को निर्गत एक आदेश में खगड़िया के प्रधान न्यायाधीश के न्यायिक और प्रशासनिक अधिकार वापस ले लिए हैं। एक मानवाधिकार कार्यकर्ता ने इस पूरे मामले के संबंध में सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश को ईमेल से आवेदन भेजा है। संघ के अध्यक्ष रंजन कुमार ने डीएम से तत्काल प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की है।



