मधुबनी- 19 जुलाई। पूर्व विधान पार्षद बिनोद कुमार सिंह ने जदयू की प्राथमिक सदस्यता से अपना त्यागपत्र शुक्रवार को दे दिया है। 18 जुलाई को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष को संबोधित अपने पत्र में बिनोद कुमार सिंह ने पार्टी छोड़ने का कारण वर्तमान राजनीतिक स्थिति और पार्टी की नीतियों से असंतोष बताया। उन्होंने कहा कि जदयू अपनी घोषित नीतियों से भटक गया है और समर्पित कार्यकर्ताओं की अब जरूरत नहीं रह गई है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि वे पार्टी के उच्च नैतिक मूल्यों और सर्वजन कल्याण की विचारधारा से प्रेरित होकर जदयू में शामिल हुए थे। उन्होंने पार्टी के शून्य से शीर्ष तक की यात्रा में सक्रिय भूमिका निभाई और राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में उनकी आस्था रही। उनके अनुसार,पार्टी के हर संघर्ष में वे साथ रहे और उनके आशीर्वाद से ही वे बिहार विधान परिषद के सदस्य बने। हालांकि,वर्तमान में पार्टी का माहौल उनके लिए अनुकूल नहीं रहा। बिनोद कुमार सिंह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए त्यागपत्र स्वीकार करने का अनुरोध किया। उनके इस कदम से जदयू में कार्यकर्ताओं के असंतोष की चर्चा तेज हो गई है। यह घटना पार्टी के लिए एक झटके के रूप में देखी जा रही है। बिनोद कुमार सिंह का यह निर्णय बिहार की राजनीति में नई हलचल पैदा कर सकता है। वहीं जिले में इसको लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही है। इन्होंने मोबाइल पर बताया कि पार्टी अपने उद्देश्य से पूरी तरह से भटक चुकी है। आमलोगों से पार्टी का वास्ता खत्म होता जा रहा है। ऐसे में पार्टी में बने रहना मुश्किल था। हालांकि उन्होंने अपनी अगली राजनीतिक योजना का खुलासा नहीं किया। इस संबंध में समर्थकों से विचार विमर्श करने के बाद ही कोई निर्णय लेंगे।
