
BIHAR:- विधानसभा का घेराव करने हजारों की संख्या में निकले राज्य के शिक्षक, प्रशासन ने रोका, शिक्षकों ने कहा- जबतक राज्यकर्मी का दर्जा नहीं दिया जाएगा तबतक प्रदर्शन रहेगा जारी
पटना- 11 जुलाई। बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र के बीच मंगलवार को बड़ी संख्या में शिक्षक और शिक्षक अभ्यर्थी ने पूर्व तय कार्यक्रम के अनुसार अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरे। सभी जिलों में हजारों की संख्या में शिक्षकों का जुटान पटना में हुआ है। शिक्षक अपनी मांगों के सर्मथन में विधानसभा का घेराव करने वाले थे, इसके पहले ही प्रशासन ने उन्हें गर्दनीबाग धरना स्थल पर रोक दिया गया। मार्च में हजारों की संख्या में अभ्यर्थी शामिल हुए हैं।
मार्च में बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव शत्रुघ्न प्रसाद भी शामिल हुए। मौके पर पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश सरकार को हर हाल में शिक्षकों की मांग पूरी करनी ही होगी। शिक्षा मंत्री पर बरसते हुए शत्रुघ्न प्रसाद ने कहा कि, शिक्षा मंत्री को खुद विज्ञान नहीं आता है।
मांगों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सभी नियोजित शिक्षकों को राजकर्मी का दर्जा दिया जाये। सभी शिक्षकों को सरकारी करने की मांग है। नीतीश कुमार को हमारी मांग को मानना ही पड़ेगा। हर हाल में शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा देना होगा। शिक्षककर्मी को जब तक दर्जा नहीं दिया जाएगा प्रदर्शन जारी रहेगा।
शिक्षकों का कहना है कि सरकार की दमकारी नीति अब नहीं चलेगी। अब सरकार को हमारी मांग पूरी करनी ही होगी। शिक्षकों का कहना है कि हमें राजकर्मी का दर्जा मिल जाए तो सारा शिकवा गिल्ला दूर हो जाएगा। वहीं धरना स्थल से शिक्षकों को आगे ना जाने के लिए गेट को बंद कर दिया गया था।
दरअसल, बिहार सरकार द्वारा लाई गई नई शिक्षक नियुक्ति नियमावली, डोमिसाइल नीति को खत्न करने के खिलाफ और नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर आज शिक्षक संघ और शिक्षक अभ्यर्थियों ने विधानसभा का घेराव करने का कार्यक्रम किया। सुबह से ही बड़ी संख्या में अभ्यर्थी राजधानी की सड़कों पर उतर गए हैं और सरकार के फैसले के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसने की कोशिश कर रहे हैं हालांकि पुलिस ने उन्हें वहीं रोक दिया है।
आज के घेराव के बाद 12 जुलाई को शिक्षक अभ्यर्थी अपने-अपने क्षेत्र के विधायकों का उनके आवास पर घेराव करेंगे। इस आंदोलन में शिक्षकों को भाजपा का साथ भी मिल गया है। शिक्षकों के मुद्दे को लेकर भाजपा 13 जुलाई को विधानसभा मार्च करने वाली है, जिसमें बड़ी संख्या में भाजपा के कार्यकर्ता और शिक्षक अभ्यर्थियों के शामिल होने की बात कही जा रही है।