
ASAM:- पुलिस गिरफ्त से भाग रहे 2 डकैत एनकाउंटर में ढेर
कछार- 03 जुलाई। असम के कछार जिला मुख्यालय शहर सिलचर पुलिस की कस्टडी से भागने की कोशिश के दौरान रविवार की तड़के दो खूंखार डकैत पुलिस की गोली लगने से ढेर हो गये।
शनिवार की सुबह गुवाहाटी के जोराबाट पुलिस चौकी की टीम द्वारा डकैती मामले में शामिल तीन डकैतों को गिरफ्तार किया गया था। जोराबाट पहुंची सिलचर पुलिस तीनों डकैतों को अपनी कस्टडी में लेकर शनिवार को गुवाहाटी से सड़क मार्ग के जरिए सिलचर के लिए रवाना हुई थी। बीच रास्ते में ही दो डकैत मौका पाकर भागने की कोशिश, इसी दौरान पुलिस की गोली लगने से दो डकैतों की मौत हो गयी।
कछार पुलिस कमिश्नर रमनदीप कौर ने रविवार को बताया कि सिलचर थाने में रांगीरखाड़ी इलाके में हुई शूटआउट मामले में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस मुख्य आरोपित अबुल हुसैन बरभुइयां की सरगर्मी से तलाश कर रही थी। इसी बीच हमें खबर मिली कि मुख्य आरोपित सड़क मार्ग के जरिए शिलांग की ओर जा रहा है। जानकारी मिलते ही सिलचर पुलिस थाना प्रभारी एक टीम लेकर मुख्य आरोपित को पकड़ने के लिए रवाना हो गए।
मेघालय में जगह-जगह हुए भूस्खलन, जाम और मोबाइल नेटवर्क की प्रॉब्लम की वजह से हम अबुल हुसैन बरभुइयां को मेघालय में नहीं पकड़ सके। जिसके बाद हमने जोराबाट पुलिस की मदद ली। तथा जोराबाट इलाके में एक टैंकर के जरिये गुवाहाटी की ओर जाते समय अबुल हुसैन बरभुइयां, कमरुल इस्लाम और अनवर हुसैन लश्कर को गिरफ्तार किया गया।
औपचारिकता पूरी करने के बाद तीनों को दो अलग-अलग वाहनों में सिलचर थाना प्रभारी सड़क के रास्ते सिलचर के लिए रवाना हो गए। असम-मेघालय सीमावर्ती गेट इलाका सोनापुर में सड़क जाम की वजह से वाहन की रफ्तार कम हो गयी। इसी दौरान अबुल हुसैन बरभुइयां और कमरुल इस्लाम वाहन का दरवाजा खोल कर अंधेरे का फायदा उठाते हुए भागने की कोशिश की।
वाहन में मौजूद सिलचर थाना प्रभारी, सब इंस्पेक्टर और एक कांस्टेबल ने बल प्रयोग कर दोनों डकैतों को रोकने की कोशिश की लेकिन जब दोनों डकैत नहीं रुके तो पुलिस को मजबूरन गोली चलानी पड़ी। गोली लगने के बाद दोनों डकैत घायल हो गए। घायल अवस्था में दोनों को इलाज के लिए कलाइन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें चिकित्सा के लिए सिलचर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया। सिलचर मेडिकल कॉलेज पहुंचने पर डॉक्टरों ने जांच के बाद दोनों को मृत घोषित कर दिया।
वहीं अनवर हुसैन लस्कर को लेकर आ रही दूसरी गाड़ी सिलचर थाने पहुंच गई है। अनवर को लेकर आ रही कार रास्ते में दोनों दोनों डकैतों को लेकर आ रही कार से काफी आगे निकल चुकी थी। मुठभेड़ में मारे गये कमरुल इस्लाम के ऊपर अपहरण, डकैती, वाहन चोरी समेत सिलचर में कई अपराधिक मामले दर्ज थे। अबुल हुसैन बरभुइयां को पकड़ने गई पुलिस की टीम को बड़ी सफलता हाथ तब लगी जब मोस्ट वांटेड अपराधी कमरुल इस्लाम को भी पकड़ा गया। मुठभेड़ में मारे गए दोनों मोस्ट वांटेड अपराधियों के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है।
ज्ञात हो कि शनिवार को सिलचर पुलिस द्वारा सूचना दिए जाने के बाद जोराबाट पुलिस चौकी प्रभारी कपिल पाठक ने तीन मोस्ट वांडेंट डकैतों को एक टैंकर (एमजेडयू-6822) से सिलचर से गुवाहाटी की ओर जाते समय गिरफ्तार किया था।



