
RJD ने पूर्व विधायक एवं कई पदाधिकारियाें,रितू जायसवाल समेत 27 नेताओं को पार्टी से निष्कासित किया
पटना- 28 अक्टूबर। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की प्रक्रिया चल रही है और इसे लेकर सियासी सरगर्मी तेज है। जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। बागी नेताओं पर भी एक्शन शुरू हो गया है। भाजपा और जदयू के बाद अब लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने भी बड़ा एक्शन लिया है। राजद ने 27 नेताओं पर कार्रवाई करते हुए सभी को निष्कासित कर दिया है।
इन नेताओं पर पार्टी के अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव प्रचार में शामिल होने का आरोप है। निष्कासित नेताओं में कई पूर्व विधायक और पार्टी पदाधिकारी शामिल हैं। राजद ने यह कदम पार्टी में अनुशासन बनाए रखने के लिए उठाया है। इस संबंध में 27 अक्टूबर को देर शाम राजद ने एक पत्र जारी किया है,जिसके अनुसार, राजद ने 27 नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इस लिस्ट में कई दिग्गज नेताओं के नाम शामिल हैं। राजद ने जिन नेताओं को पार्टी से बेदखल किया है, उनमें परसा से मौजूदा विधायक छोटे लाल राय शामिल है।
इनके अलावा, परिहार से रितू जायसवाल, कटिहार से पूर्व विधायक राम प्रकाश महतो, मुजफ्फरपुर से पूर्व विधायक अनिल सहनी, बड़हरा से पूर्व विधायक सरोज यादव, मुजफ्फरपुर से पूर्व विधान पार्षद गणेश भारती को पार्टी से निष्कासित किया गया है। ये राजद के वो बागी हैं जो राजद में रहते हुए निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे थे या इनके खिलाफ पार्टी के विरोध में प्रचार करने का आरोप लगा था।
राजद ने पार्टी के अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष कुमार गौरव, दरभंगा जिला महासचिव राजीव कुशवाहा, जाले से महेश प्रसाद गुप्ता, जाले से वकील प्रसाद यादव, मोतिहारी से पुनम देवी गुप्ता, मोतिहारी से किसान प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष सुबोध यादव, सारण जिले के सेनपुर से प्रदेश महासचिव सुरेन्द्र प्रसाद यादव को भी पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। जगदीशपुर से नीरज राय, वैशाली से प्रदेश महासचिव अनिल चन्द्र कुशवाहा,भागलपुर से जिला प्रवक्ता अजीत यादव, भागलपुर से मोती यादव, पूर्वी चंपारण से चिरैया प्रखंड अध्यक्ष रामनरेश पासवान और पताही प्रखंड अध्यक्ष अशोक चौहान पर भी गाज गिरी है।



