
बिहार में वर्ष 1990 से 2005 के बीच पेशेवर गुंडों और माफियाओं को सत्ता का संरक्षण देकर प्रदेश के विकास को बाधित किया गया: योगी
पटना- 16 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बिहार की अद्भुत ज्ञान भूमि को परिवारवाद और अपराध की भूमि बनाकर यहां के हमारे नौजवानों के सामने पहचान का संकट खड़ा कर दिया था। उक्त बातें श्री योगी ने दानापुर विधानसभा क्षेत्र से एनडीए समर्पित भाजपा प्रत्याशी रामकृपाल यादव के नामांकन के बाद आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा।
उन्होंने आगे कहा कि 1990 से 2005 तक बिहार के जंगल राज और वंशवादी राजनीति के बारे में कौन नहीं जानता। आपने देखा होगा कि वो कौन लोग थे जिन्होंने बिहार की ज्ञान की आध्यात्मिक भूमि को वंशवादी राजनीति और अपराध की भूमि में बदल दिया, जिससे हमारे युवाओं के लिए पहचान का संकट पैदा हो गया। उन्होंने कहा कि विकास के नाम पर यहां किस तरह अराजकता फैलाई गई, यह किसी से छिपा नहीं है। बिहार में युवाओं के सामने पहचान के संकट के बीच, जो लोग राज्य के लिए कुछ करना चाहते थे, वे पलायन कर गए।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पिछले 20 वर्षों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने बिहार को उस कलंक से मुक्त करने के लिए प्रभावी ढंग से काम किया है। आज बिहार की डबल इंजन सरकार इसे और भी प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने की अपील करने फिर आई है। उत्तर प्रदेश और बिहार के बीच संबंधों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार का रिश्ता सिर्फ एक रिश्ता नहीं है, यह एक साझी विरासत है। यह एक आत्मा का बंधन है, एक संस्कृति का बंधन है और एक संकल्प का भी बंधन है। यह रिश्ता भगवान राम और माता जानकी के बंधन जितना ही अटूट है।