
MADHUBANI:- जय भवानी स्वास्थ्य सेवा नाम से संचालित अस्पताल में प्रसूता की मौत के बाद परिजन का हंगामा,फर्जी तरीके से संचालन का आरोप
मधुबनी- 29 सितम्बर। झंझारपुर अनुमंडल मुख्यालय में प्रशासन के नाक के नीचे चल रहे फर्जी नर्सिंग होम में एक प्रसूता की मौत पर परिजनों ने जमकर बवाल मचाया। प्राप्त जानकारी के अनुसार जय भवानी स्वास्थ्य सेवा के नाम से संचालित फर्जी नर्सिंग होम में सिजेरियन डिलीवर के दौरान प्रसूता की हालत बिगड़ते देख नर्सिंग होम संचालक द्वारा उसे रेफर कर दिया गया, परंतु बेहतर उपचार के लिए जाते समय रास्ते में ही प्रसूता की मौत हो गई। जीवन से खिलवाड़ को लेकर स्थानीय लोगों का गुस्सा फुट पड़ा। परिजनों के साथ स्थानीय लोगों ने शव के साथ घंटों झंझारपुर-मधेपुर मुख्य सड़क को जामकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे आक्रोशित लोग इन फर्जी नर्सिंग होम पर सख्ती से कारवाई की मांग कर रहे थे।
घटना के बाद फर्जी नर्सिंग होम के सभी कर्मी फरार हो गए। झंझारपुर आरएस थाना पुलिस आक्रोशित परिजन और लोगों को समझाने बुझाने में लगे रहे। प्राप्त जानकारी के अनुसार झंझारपुर आरएस के पथराही टोल निवासी भगवान जी पासवान की 25 वर्षीय पुत्री सपना कुमारी को प्रसव पीड़ा के दौरान दलालों द्वारा भवानी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया,जहां सिजेरियन डिलीवर के दौरान प्रसूता ने स्वस्थ्य नवजात शिशु को जन्म दिया,लेकिन कुछ ही देर बाद प्रसूता की हालत बिगड़ने लगी। प्रसूता की हालत बिगड़ते देख नर्सिंग होम संचालक द्वारा उसे आनन फानन में रेफर कर दिया गया और संचालक अपने कर्मी संग फरार हो गए। रेफर हुए प्रसूता की बेहतर स्वास्थ्य संस्थान में ले जाते समय रास्ते में ही मौत हो गई। जहां से परिजन शव को लेकर सीधे नर्सिंग होम पहुंचे। मृतका की ससुराल बगल के ही मोहल्ला लंगड़ा चौक पर होने से ससुराल से भी बहुत से लोग आ पहुंचे। आक्रोशित परिजन अस्पताल में तोड़फोड़ करने लगे। सूचना पर पुलिस पहुंची,शव के साथ परिजन सड़क जाम कर दिया। घंटों यातायात बाधित रहा।
हंगामा कर रहे परिजनों ने बताया कि नर्सिंग होम में कोई एमबीबीएस डॉक्टर नहीं है,एक भी प्रशिक्षित नर्स नहीं है। नर्सिंग होम पर लगे बैनर में भी किसी डॉक्टर का नाम नहीं है, संचालक झंझारपुर से बाहर का व्यक्ति है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पैसा देकर फर्जी स्वास्थ्य संस्थान चला रहा है, जिसमें मरीजों का आर्थिक और शारीरिक शोषण होता है। ऐसे ही ढेरों संस्थान झंझारपुर में चल रहा है,सब के सब फर्जी नर्सिंग होम प्रशासन के नाक के नीचे चल रहा है।
इन संस्थानों में अवैध गतिविधियों की सारी जानकारी स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को होने के बावजूद कोई कारवाई नहीं होती। आए दिन यहां गलत इलाज से मरीजों की मौत हो रही है। आखिर इस पर कब लगाम लगेगा। आज आक्रोशित परिजन इसी बात को लेकर करीब दो घंटे तक सड़क जाम के उपरांत घटना की सूचना मिलने पर एसडीएम कुमार गौरव,एसडीपीओ सुबोध कुमार सिन्हा,सर्किल पुलिस निरीक्षक बी के ब्रजेश दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। आक्रोशित लोगों को शांत कराया,तब तक नर्सिंग होम संचालक के तरफ से आए लोग मृतका के परिजन संग वार्ता कर कुछ ही देर में मामले को शांत करा दिया। परिजन शव लेकर घर चले गए।
ईधर कई लोगों ने कथित तौर पर फर्जी रुप से अस्पताल संचालन का आरोप लगाया है। जिसके बाद से प्रशासन हरकत में आ गया है। वहीं अस्पताल प्रशासन की माने तो अस्पताल सरकारी मापदंड के अनुसार संचालित है।