
बिहार में इंडिया गठबंधन सरकार आएगी, तो आरक्षण की सीमा को 65 प्रतिशत किया जायेगाः दीपंकर
मधुबनी- 25 सितंबर। भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य गुरूवार को एक दिवसीय यात्रा पर मधुबनी पहुंचे। जहां माले के जिला सचिव ध्रूवनारायण कर्ण,नियाज अहमद,अशरफी सदा,पप्पु खान और सिंहेश्वर पासवान की अगुआई में दर्जनों महिला-पुरुष कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने फूल-मालाओं के साथ उनका स्वागत किया। वहीं दीपंकर भट्टाचार्य ने माले नगर लहेरियागंज में जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया। दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार में डबल इंजन सरकार के खिलाफ फुट रहे गुस्से को संगठित कर बीस वर्षो से चल रही सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा जीएसटी में दी गई छुट को इसी गुस्से से बचने का थोथा प्रयास बताया। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार ने भूमि सुधार आयोग कि सिफारिशो को लागु करने से इंकार कर दिया। गरीबों को जमीन देने कि बात आयी तो कहा कि जमीन नहीं है लेकिन अडानी को हजारों एकड़ जमीन मिट्टी के मोल सौंप दी। बिहार सरकार के पास 70 हजार करोड़ रूपये का हिसाब नहीं दे रही और उसके मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के मामलों का लगातार खुलासा हो रहा है। उन्होंने महिलाओं को 10 हजार रूपये देने की नीतीश की घोषणा को लॉलीपाप बताते हुए कहा कि यह सारा पैसा तो माइक्रो फाइनन्स कम्पनियां का कर्ज चुकाने में ही चला जायेगा जिनकी वजह से गांव-गांव से पलायन हो रहा है।
उन्होंने स्कीम वर्कर्स महिलाओं की मानदेय वृद्धि की घोषणा को भी वोट लेने की चाल करार देते हुए कहा कि यह हमारे संघर्ष की जीत है, उनकी हक है। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की सरकार आएगी तो आरक्षण की सीमा को 65 प्रतिशत किया जायेगा और अतिपिछड़ों का भी आरक्षण बढ़ेगा। इसे संविधान की नौवीं अनुसूची में दर्ज कराया जायेगा। निजी क्षेत्रों और ठेका में भी इसे लागु किया जायेगा। हर महिला को ढ़ाई हजार रूपये प्रतिमाह देने की गारंटी करेंगे और हर परिवार को 2 लाख रूपये देने की घोषणा को पूरा करेंगे।
उन्होंने माइक्रो फाइनेंस कम्पनियो को नया महाजन और अडानी-अंबानी को नया जमींदार बताते हुए कहा कि हमारी सरकार आएगी तो उनपर लगाम कसा जायेगा। सामाजिक सुरक्षा पेंशन की शुरुआत ही 1500 रूपये प्रतिमाह से होगी।
उन्होंने भूमि सर्वें में लगे नौजवान कर्मचारियों की बर्खास्तगी और उसके खिलाफ उनके आंदोलन पर लाठीचार्ज की कठोर निंदा की। उन्होंने एसआईआर के खिलाफ बिहार के संघर्ष को सलाम करते हुए कहा कि हमने चुनाव आयोग की वोटचोरी की साजिश को लगातार पीछे धकेला है, हमें आगे भी इसे जारी रखना होगा। उन्होंने कहा की इंडिया गठबंधन को मधुबनी में भाकपा(माले) को विधानसभा चुनाव में मौका देने की जनता की आकांक्षा को सम्मान देना चाहिए इससे लाल झंडे की व जनता की ताकत मजबूत होगी. उन्होंने श्हिटलरशाही नहीं चली तो मोदीशाही नहीं चलेगी और श्लड़ेंगे, जीतेंगे के नारे के साथ अपने वक्तव्य का समापन किया।
विश्वभर कामत के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ जोरदार नारों के बीच कन्वेंशन का समापन हुआ। वहीं भाकपा (माले) पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेन्द्र झा ने कहा कि मधुबनी वामपंथी आंदोलन की धरती है। यहां एसआईआर के तहत गरीबों के मताधिकार छीनने का जो अभियान चल रहा है उसे हमें हर हाल में रोकना है। यहां सारे कारखाने बंद हो गए जिससे जबरदस्त पलायन हो रहा है। उन्होंने गरीबों को सरकार के जरिये उजाड़ने की साजिशो का मुंहतोड़ जवाब देते हुए जो जमीन सरकारी है वह जमीन हमारी है। के नारे के साथ भाकपा (माले) की अगुआई में चल रहे भूमि अधिकार आंदोलन को तेज करने का आह्वान किया। विधान परिषद सदस्य शशि यादव ने कहा कि डबल इंजन सरकार ने महिलाओं का बेपनाह शोषण किया है। पूरा इलाका पलायन की मार झेल रहा है। महिलाएं माइक्रो फाइनेन्स कम्पनियों के उत्पीड़न का शिकार हैं जिसके खिलाफ यहां पिछले दिनों जबरदस्त आंदोलन यहां शुरू हुआ है। उन्होंने 10 हजार में दम नहीं, कर्जा माफ़ी से कम नहीं का नारा देते हुए आगामी चुनाव में भाजपा-जदयू की डबल इंजन सरकार को हराने और इंडिया गठबंधन की सरकार बनाने का आह्वान किया।